World Savings Day 2021 : आज भी छोटी बचत के लिए डाकघर का सहारा, पिछले साल खुले थे 65 हजार खाते
World Savings Day 2021 आज विश्व बचत दिवस है। देश भर में डाकघर का इतिहास 180 साल से अधिक पुराना है। शुरू में डाकघर का मुख्य काम पत्र पहुंचाना था। जैसे-जैसे डाकघर शहर से गांव तक पहुंचा वैसे-वैसे डाकघर के काम का विस्तार होता चला गया।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। World Savings Day 2021 : डाकघर गरीब और कम आय वाले व्यक्ति को आज भी छोटी-छोटी बचत के लिए प्रेरित करता है। गांव के लोग अवधि बचत खाता व बचत खाते में रुपये जमा करते हैं। अवधि बचत खाता में सौ रुपये मासिक जमा कराने की सुविधा उपलब्ध है।
आज विश्व बचत दिवस है। देश भर में डाकघर का इतिहास 180 साल से अधिक पुराना है। शुरू में डाकघर का मुख्य काम पत्र पहुंचाना था। जैसे-जैसे डाकघर शहर से गांव तक पहुंचा, वैसे-वैसे डाकघर के काम का विस्तार होता चला गया। डाकघर में बचत से लिए रुपये जमा करने की व्यवस्था की गई थी। डाक जीवन बीमा की शुरुआत की गई थी, जो 137 साल से अभी तक चलती आ रही है। समय के साथ बचत के लिए और ऋण देने के लिए कई बैंक खुले, बैंकों में कम आय वालों की बचत के लिए कोई योजना नहीं है। डाकघर में 10 रुपये मासिक और 50 रुपये में खाता खोलने जैसी सुविधा उपलब्ध है। डाकघर की बचत योजना में अवधि बचत योजना है। इसके तहत कोई भी व्यक्ति सौ रुपये मासिक जमा करता है तो पांच साल में उसे सात हजार रुपये मिलते हैं। इस योजना में 6.6 फीसद की दर से ब्याज मिलता है। इसलिए यह योजना गरीब महिलाओं के लिए काफी पसंदीदा है। बचत खाता 50 रुपये में खोला जा सकता है। इसमें 10 रुपये तक भी जमा किया जा सकता है। जरूरत पड़ने पर खाते से रुपये निकाल सकते हैं। इस खाते में जमा राशि पर चार फीसद की दर से ब्याज मिलता है। इसके अलावा वरिष्ठ नागरिक बचत खाते में 7.4 फीसद, राष्ट्रीय बचत पत्र में 6.8 फीसद, लोक भविष्य निधि में 7.1 फीसद, किसान विकास पत्र में 6.9 फीसद, सुकन्या समृद्धि योजना में 7.6 फीसद की दर से ब्याज मिलता है।
पिछले वित्तीय वर्ष में डाक मंडल में 65 हजार बचत खाते खोले गए थे। जबकि छह लाख 46 हजार 523 खाते पहले से ही चल रहे हैं। डाक मंडल में सभी बचत खाते में लगभग बीस सौ करोड़ रुपये जमा किए गए हैं। इसमें 35 फीसद बचत खाता व अवधि बचत खाता धारक हैं। प्रवर डाक अधीक्षक वीर सिंह ने बताया कि समय समय पर बचत खाता खोलने के लिए शहर से गांव तक शिविर लगाने का काम किया जाता है। डाक कर्मियों द्वारा ग्रामीण से संपर्क कर बचत करने के लिए जागरूक करने का काम किया जाता है।