श्रमजीवी एक्सप्रेस ट्रेन के टायलेट में महिला ने बच्चे को दिया जन्म, यात्री और सीआरपीएफ जवान बने सहारा
Baby Born in Train Toilet ट्रेन नंबर (02392) श्रमजीवी एक्सप्रेस के टॉयलेट में एक महिला ने बच्चे को जन्म दिया।मुरादाबाद रेलवे स्टेशन पर महिला को रेलवे स्टाफ ने उतारकर जिला अस्पताल में भर्ती कराया।इस दौरान ट्रेन में मौजूद सीआरपीएफ स्टाफ ने दंपती की आर्थिक मदद भी की।
मुरादाबाद, जेएनएन। Baby Born in Train Toilet : ट्रेन नंबर (02392) श्रमजीवी एक्सप्रेस के टॉयलेट में एक महिला ने बच्चे को जन्म दिया।मुरादाबाद रेलवे स्टेशन पर महिला को रेलवे स्टाफ ने उतारकर जिला अस्पताल में भर्ती कराया।इस दौरान ट्रेन में मौजूद सीआरपीएफ स्टाफ ने दंपती की आर्थिक मदद भी की। महिला बिहार के भागलपुर की रहने वाली है जो अपने पति के साथ दिल्ली में रह रही थी। बिहार के भागलपुर निवासी सूरज दिल्ली की एक निजी फर्म में काम करता है। छठ पूजा पर घर जाने के लिए सूरज अपनी पत्नी सिंपी के साथ श्रमजीवी एक्सप्रेस में नई दिल्ली स्टेशन से सवार हुआ था।सिंपी आठ महीने की गर्भवती थी।यात्रा के दौरान सिंपी को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। ट्रेन उस समय मुरादाबाद स्टेशन के पास ही थी।
ट्रेन के स्टेशन पर पहुंचने से पहले सिंपी टायलेट गई और वहीं उसकी डिलीवरी हो गई। सिंपी के कराहने की आवाज सुनकर उसके पति ने किसी तरह टायलेट का दरवाजा खोला। टायलेट में बच्चे का जन्म देख वह घबरा गया। इस दौरान ट्रेन में मौजूद यात्रियों ने समझदारी दिखाते हुए मदद के लिए फौरन महिलाओं को आगे कर दिया। इस बीच ट्रेन मुरादाबाद पहुंच गई। सिंपी और नवजात शिशु के लिए महिलाओं के अलावा सीआरपीएफ के जवान बड़ा सहारा बने। जवानों ने फौरन आरपीएफ को महिला की डिलीवरी होने की सूचना दी और रेलवे से चिकित्सकीय सहायता मुहैया कराने के लिए कहा।
सूचना पाकर आरपीएफ की महिला कांस्टेबल सहायता के लिए पहुंच गईं और महिला को संभाला। साथ ही नवजात के लिए कंबल और गर्म कपड़ों की व्यवस्था की। वहीं सीआरपीएफ के जवानों ने दंपती की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण चिकित्सा सहायता के लिए 10 हजार रुपये दिए। इसके बाद आरपीएफ के उपनिरीक्षक ने 108 एबुलेंस बुलाकर महिला को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया। आरपीएफ के कंपनी कमांडर धर्मेंद्र कुमार राणा ने बताया कि महिला का परिवार उसके साथ मौजूद है। फिलहाल दोनों स्वस्थ हैं।