Wheat procurement in Moradabad : बंद हुए तीनों क्रय केंद्र खुले, किसानों को नहीं मिल पा रहा समय से भुगतान
कोरोना संक्रमण के दौरान भी गेहूं खरीद होती रही। लेकिन गति बहुत धीमी रही थी। सरकार ने जिन तीन क्रय केंद्रों को बंद किया था अब उन्हें भी खोल दिया गया है। लेकिन समय से भुगतान न हो पाने की वजह से किसानों को काफी परेशान होना पड़ रहा है।
मुरादाबाद, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के दौरान भी गेहूं खरीद होती रही। लेकिन गति बहुत धीमी रही थी। सरकार ने जिन तीन क्रय केंद्रों को बंद किया था, अब उन्हें भी खोल दिया गया है। कोरोना बंदी खत्म होने के साथ गेहूं खरीद ने तेजी पकड़ी है। लेकिन, भुगतान की स्थिति ठीक नहीं है। सरकार का दावा 72 घंटे में भुगतान करने का था। लेकिन, एक- एक महीने में भी किसानों के खातों में धनराशि नहीं पहुंच पा रही है। किसान भुगतान न होने की वजह से भटक रहे हैं। इससे उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
जिले में 73 क्रय केंद्रों पर गेहूं की खरीद हो रही है। मंगलवार को किसानों का 1901.05 टन गेहूं न्यूनत समर्थन मूल्य(एमएसपी) पर खरीदा गया। एक अप्रैल से अब तक सभी क्रय केंद्रों पर कुल 50101.56 टन गेहूं की खरीद हो चुकी है। जबकि पिछले साल खरीद 24689.95 टन गेहूं की खरीद हुई थी। क्रय केंद्रों पर 11047 किसानों के गेहूं की खरीद हुई है। इनमें से 7250 किसानों के गेहूं मूल्य का भुगतान हुआ है। 3797 किसान अभी भी भुगतान के लिए भटक रहे हैं। सरकार का दावा है कि 72 घंटे के अंदर किसानों के गेहूं का भुगतान होना चाहिए। लेकिन, भुगतान में देरी होने की शिकायतें लगातार मिल रहीं हैं।
किसानों का देय
9895.06 लाख
किसानों का भुगतान हुआ
6842.32 लाख
किसानों का बकाया
3052.74 लाख
किसानों के भुगतान के लिए हम लगातार कोशिश कर रहे हैं। सभी एजेंसियों को किसानों के गेहूं का भुगतान तुरंत कराने को कहा गया है। कुछ तकनीकि खामियों की वजह से भी भगुतान में देरी हो जाती है। लेकिन, हमारी कोशिश यही है कि किसानों को कोई दिक्कत न होने पाए।
संजीव राय, जिला खाद्य विपणन अधिकारी
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