पानी की बचत करने के लिए प्रेरित करते हैं किसानों को Amroha News
आने वाली नस्लों के लिए सहेज कर रखें पानीदस साल से जल संरक्षण के लिए चिंतित देवेंद्र।
राशिद चौधरी, हसनपुर: तहसील क्षेत्र के गांव करनपुर माफी निवासी किसान देवेंद्र सैनी जल संरक्षण के लिए संघर्ष कर रहे हैं। दिन भर खेत में खून पसीना एक करके दो जून की रोटी का प्रबंध करने वाले अन्नदाता देवेंद्र सैनी घटते जल स्तर के प्रति पिछले लगभग दस वर्ष से चिंतित हैं। वह खाली समय में गांवों में घर घर जाकर लोगों को पानी का महत्व समझाते हुए पानी की बचत करने के लिए प्रेरित करते हैं। वह किसानों को सबमर्सिबल के पाइप से न नहलाने, बाल्टी में भरकर पानी पिलाने, कम पानी में नहलाने तथा सबमर्सिबल से पानी व्यर्थ न बहाने के लिए समझाते हैं। वह कहते हैं कि पानी का इसी तरह से दोहन किया जाता रहा तो आने वाली नस्लें पानी की बूंद बूंद को तरस जाएंगी।
मेहमान को दें आधा गिलास पानी
देवेंद्र सैनी कहते हैं कि घर पर आने वाले मेहमान को शुरू में आधा गिलास पानी दें यदि वह और मांगे तो फिर आधा गिलास दें। चूंकि देखने में आता है कि लोग पूरे गिलास पानी को नहीं पीते एक दो घूट मारकर फेंक देते हैं।
ड्रिप विधि से करें फसलों की सिंंचाई
देवेंद्र सैनी किसानों को ड्रिप विधि से अपनी फसलों की सिंंचाई करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। उनका कहना है कि ड्रिप विधि से सिंचाई करने के लिए खेत में पाइप लाइन बनानी पड़ती है। जिससे पौधे की जड़ में एक एक बूंद पानी जरूरत के सापेक्ष मिलता रहता है। ऐसा करने से 90 फीसद पानी की बचत हो सकती है और पैदावार पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।