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Coronavirus:कोरोना की जंग में युवाओं की टोली बनी गांव की रक्षक Moradabad News

उत्तरप्रदेश के मोढ़ा तैय्या गांव में युवाओं ने चंदे के रुपये से खरीदा थर्मल स्कैनर । ग्रामीणों के साथ देश के अलग-अलग राज्यों से आ रहे लोगों की कर रहे स्क्रीनिंग।

By Ravi SinghEdited By: Published: Thu, 02 Apr 2020 02:56 PM (IST)Updated: Thu, 02 Apr 2020 02:56 PM (IST)
Coronavirus:कोरोना की जंग में युवाओं की टोली बनी गांव की रक्षक Moradabad News
Coronavirus:कोरोना की जंग में युवाओं की टोली बनी गांव की रक्षक Moradabad News

मुरादाबाद(अनुज मिश्र)। कोरोना के खिलाफ जंग में पूरा देश एकजुट है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं इस लड़ाई में देश के हर नागरिक से सहयोग की अपील कर रहे हैं। ऐसे समय में मुरादाबाद जनपद के मोढ़ा तैय्या गांव से एक सुखद तस्वीर सामने आई है। यहां युवाओं की टोली कोरोना की जंग में गांव की रक्षक बन गई है। चंदे से थर्मल स्कैनर मशीन खरीदकर युवा खुद ग्रामीणों की स्क्रीनिंग कर रहे हैं। खास बात यह है कि दिव्यांग प्रेम सिंह सैनी टीम का नेतृत्व कर रहे हैं।

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युवा प्रेम सिंह सैनी बताते हैं कि कोरोना वायरस को लेकर जिस दिन प्रधानमंत्री ने जनता कफ्र्यू का एलान किया था उस दिन हम कई साथी साथ में थे। सभी के जेहन से एक ही सवाल उठा कि गांव का क्या होगा? प्रधानमंत्री के संबोधन के बाद ही हम लोगों ने तय किया कि खुद के बचाव के साथ ही गांव की सुरक्षा भी हम सभी स्वयं करेंगे। हम लोगों ने अपने साथियों को फोन कर पूरी बात बताई। थर्मल स्कैनर लाने के लिए सभी एकमत हुए। आपस में चंदा करके चार हजार रुपये की थर्मल स्कैनर मशीन लाई गई। मशीन लाने के बाद टीम घर-घर जाकर लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग कर रही है। यही नहीं, बाहर रह रहे लोगों के गांव आने की सूचना पर सबसे पहले उनकी स्क्रीनिंग की जाती है।

सूचना तंत्र है बेहद मजबूत

युवाओं की टीम का सूचना तंत्र बेहद मजबूत है। अंदाजा लगा सकते हैं कि बाहर से कोई व्यक्ति जब गांव में प्रवेश करता है तो युवाओं की टीम को तत्काल इसकी जानकारी हो जाती है। युवा तुरंत पहुंचकर संबंधित व्यक्ति की पहले स्क्रीनिंग करते हैं। इसके बाद ही उनको गांव में प्रवेश दिया जाता है। टीम संबंधित थाना और प्रशासन को इसकी जानकारी भी देती है।

विरोध का भी करना पड़ता है सामना

युवाओं की राह इतनी आसान नहीं है। स्क्रीनिंग करने पर कई बार युवाओं को विरोध का भी सामना करना पड़ता है। हालांकि युवाओं के समझाने पर लोग न सिर्फ उनकी बात मान जाते हैं बल्कि उनकी इस पहल में सहयोग के भागीदार भी बनते हैं। नोएडा, हरिद्वार, केरल, गुजरात, मध्यप्रदेश, बिहार समेत अन्य राज्यों से अब तक गांव में 50 से अधिक लोग आ चुके हैं। सभी की स्क्रीनिंग हो चुकी है।

टीम में 12 सदस्य हैं पूरी तरह सक्रिय

टीम में प्रेम सिंह सैनी के अलावा, सोनू, ब्रजेश, इंद्रपाल, मो. सलीम, मनीष, देवेन्द्र, राहुल, छोटू, लोकेन्द्र, सूरज और प्रदीप 12 सक्रिय सदस्य हैं। प्रेम सिंह सैनी की फोटोस्टेट की दुकान है।  


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