सर्द मौसम में सावधानी के साथ लें कार में ब्लोअर का मजा
मुरादाबाद : सर्द रातें शुरू हो गई हैं। ऐसे में ब्लोअर के इस्तेमाल में वृद्धि भी हुई है।
मुरादाबाद : सर्द रातें शुरू हो गई हैं। ऐसे में ब्लोअर के इस्तेमाल में वृद्धि भी हुई है। ठंड से बचने के चक्कर में अमूमन ऐसी लापरवाही होती है, जो मानव स्वास्थ्य ही नहीं बल्कि जान के लिए भी घातक साबित होती है। ऐसे में ब्लोअर के इस्तेमाल से पूर्व उसके दुष्प्रभाव व प्रयोग के तरीके की जानकारी जरूरी है। हो सकता है हादसा केजीके कालेज के प्रोफेसर जितेंद्र कुमार बताते हैं कि कार में ब्लोअर का इस्तेमाल करते समय यह ध्यान रखें कि वेंटीलेशन बना रहे। कार की खिड़की का शीशा जरा सा खोलें। इससे बाहर की स्वच्छ हवा कार के भीतर आएगी। ब्लोअर चालू रहने से कार के भीतर कार्बनडाई ऑक्साइड के अलावा घातक कार्बन मोनो ऑक्साइड गैस बनती है। कार में बैठा व्यक्ति इसके दुष्प्रभाव से उलझन और कई अन्य तरह की दिक्कतें का शिकार होता है। अधिक देर तक ब्लोअर ऑन और शीशे बंद करके कार में बैठना घातक है। इससे आदमी अचेत भी हो सकता है। एआरटीओ अंबरीश कुमार के मुताबिक ठंड में ब्लोअर चलाने से कार के अंदर का तापमान बढ़ जाता है। जबकि बाहर फॉग और ठंडी हवा के कारण तापमान कम होता है। ऐसी स्थिति में बाहर की ठंडी हवा शीशे से टकराकर नमी लाती है। इससे आगे के शीशे आप वाइपर से साफ कर सकते हैं। साइड के कपड़े से पीछे के शीशे पर जमा हुई धुंध साफ करने में दिक्कतें होगी। बच्चों को लेकर बरतें सावधानी कार में ऐसी व ब्लोअर ऑन करके बच्चों को कतई अकेला न छोड़े। बच्चों को कार में छोड़कर आप कहीं जाते हैं, तो कार की विंडो आटो लॉक हो सकती है। बच्चा कार में फंस सकता है। अगर उसने कार में छेड़छाड़ की तो वह हादसे का शिकार हो सकता है। कई बार इस कारण हादसे भी हो चुके हैं। गैराज में न करें कार चालू गैराज में कार चालू करना जोखिम भरा हो सकता है। गैराज के भीतर जगह कम होती है। स्टार्ट कार में बैठते ही घुटन होने लगती है। कार से निकले वाला धुआं और इंजन, एसी अथवा ब्लोअर ने निकलने वाली कई प्रकार की गैस मिलकर कार्बनमोनो ऑक्साइड और सल्फर डाई ऑक्साइड बनाती हैं। मानव जीवन के लिए यह खतरनाक है।