Move to Jagran APP

प्रियंका गाधी की ससुराल मुरादाबाद में जेठानी शाईरा वाड्रा बनाएंगी अपना आशियाना

शाईरा वाड्रा ने कहा कि प्रियंका के महासचिव बनाए जाने पर पूरा परिवार खुश है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 28 Jan 2019 09:32 AM (IST)Updated: Mon, 28 Jan 2019 09:32 AM (IST)
प्रियंका गाधी की ससुराल मुरादाबाद में जेठानी शाईरा वाड्रा बनाएंगी अपना आशियाना
प्रियंका गाधी की ससुराल मुरादाबाद में जेठानी शाईरा वाड्रा बनाएंगी अपना आशियाना

मुरादाबाद(रितेश द्विवेदी)। लोकसभा चुनाव को लेकर काग्रेस पार्टी ने प्रियंका गाधी को मैदान में उतार दिया है। उन्हें पूर्वी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी सौंपकर महासचिव बनाया गया है। मुरादाबाद प्रियंका गाधी की ससुराल है। वह अभी तक दो बार जेठानी शाईरा वाड्रा के आवास पर आकर रुकी हैं। दैनिक जागरण से बात करते हुए शाईरा वाड्रा ने कहा कि प्रियंका के महासचिव बनाए जाने पर पूरा परिवार खुश है। जनता के साथ से वह आगे बढ़ेंगी। उनके अंदर बहुत कुछ करने की क्षमता है। शाईरा ने बताया कि एक साल पहले वह मधुबनी कॉलोनी स्थित अपने आवास को बेचकर दिल्ली में बस गईं थीं। बेटी की परवरिश और पढ़ाई के चलते उन्हें यह निर्णय लेना पड़ा था। अब दोबारा से वह मुरादाबाद में अपना नया आशियाना बना रही हैं। आज भी वह अपने परिवार और दोस्तों से मिलने के लिए अक्सर मुरादाबाद आती हैं। आवास बनने के बाद वह यहीं रहेंगी। रायबरेली और अमेठी के साथ ही मुरादाबाद काग्रेस की मनपसंद सीट गाधी-नेहरू परिवार से रिश्ता होने के साथ ही काग्रेस का मजबूत वोट बैंक मुरादाबाद लोकसभा सीट में रहा है। यहा से चार बार काग्रेस के प्रत्याशी ने जीत हासिल की है। 1952 में हुए पहले लोकसभा चुनाव में उस समय की सबसे बड़ी पार्टी भारतीय राष्ट्रीय काग्रेस से राम सरन मुरादाबाद सीट से जीत हासिल कर पहले सासद बने थे। इसके बाद वह दोबारा 1957 में भी काग्रेस से ही सासद बने। इस सीट से अन्य दलों के प्रत्याशी चुनाव जीतते रहे, लेकिन 1984 में काग्रेस प्रत्याशी हाफिज मुहम्मद सिद्दिकी ने जीत हासिल कर काग्रेस की वापसी कराई थी। 2009 में जीते थे अजहरुद्दीन 2009 में पूर्व क्त्रिकेटर मुहम्मद अजहरुद्दीन काग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़कर जीते थे। हालाकि 2014 में काग्रेस को कामयाबी नहीं मिली थी। लेकिन इस बार के नए समीकरण में काग्रेस इस सीट पर फिर से काबिज होना चाहती है। पार्टी के सूत्रों के मुताबिक गाधी परिवार का कोई सदस्य या नजदीकी इस सीट से चुनाव लड़ सकता है। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले वाड्रा परिवार के सदस्यों के वापसी के संकेत भी बदलती राजनीति की ओर ही इशारा कर रहे हैं।

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.