UP TET Exam 2021 : परीक्षार्थी कई प्रश्न कर चुके थे हल, फिर सूचना मिली कि एग्जाम कैंसिल हो गया, निराश होकर लौटे
UP TET Exam 2021 परीक्षा के लिए तय समय पर परीक्षार्थी एग्जाम देने के लिए पहुंच गए थे। कुछ प्रश्न उन्होंने हल भी कर लिए थे इस बीच उन्हें जानकारी मिली कि पेपर आउट होने की वजह से परीक्षा रद कर दी गई है।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। UP TET Exam 2021 : शहर के 39 परीक्षा केंद्रों पर आज यूपी टीईटी- 2021 परीक्षा का आयोजन किया किया जा रहा था। परीक्षा दो पालियों में होनी थी। परीक्षा में करीब 33 हजार 837 परीक्षार्थी शामिल होने थे, तय समय पर परीक्षार्थी एग्जाम देने के लिए पहुंच गए थे। कुछ प्रश्न उन्होंने हल भी कर लिए थे, इस बीच उन्हें जानकारी मिली कि पेपर आउट होने की वजह से परीक्षा रद कर दी गई है। इसके बाद वे निराश होकर लौट गए।
विभिन्न शहरों से मुरादाबाद में परीक्षार्थी एग्जाम देने आए थे। कोई गोरखपुर से आया था तो कोई बिजनौर से, यहां तक कि रामपुर और अलीगढ़ से भी परीक्षार्थी आए थे लेकिन, परीक्षा रद होने से वे मायूस हो गए। परीक्षार्थी बोले कि दो साल से वे मेहनत कर रहे थे, कोचिंग भी की लेकिन नतीजा सिफर रहा। कहा कि पेपर आउट होने से परीक्षार्थी मानसिक तनाव में आ गए हैं। पारदर्शिता के दावे करने के बावजूद प्रदेश में कहीं न कहीं पेपर आउट हो रहे हैं। गोरखपुर से आई रीता रानी का कहना है कि किराया लगाया, कई परेशानी झेली लेकिन अब पेपर आउट होने से काफी निराश हूं।
बिजनौर से आई रचना का कहना है कि पारदर्शिता के दावे फेल हो गए, हर तरीके से परीक्षार्थी ही परेशान होते हैं। तड़के पांच बजे बिजनौर से चली थी, एंट्री भी हो गई लेकिन परीक्षा रद कर दी गई। सम्भल से आए जितेंद्र ने भी परीक्षा रद होने पर कहा कि दो साल से तैयारी कर रहा था, कोचिंग भी की थी, उम्मीद थी कि पहली बार में ही पास हो जाऊंगा लेकिन परीक्षा रद होने से मुझे मानसिक रूप से आघात पहुंचा है। मुरादाबाद के सलमान अली ने परीक्षा रद होने पर शासन व्यवस्था को चौपट बताया। कहा कि सरकार पारदर्शिता करने में फेल हो गई।
प्रवेश न मिलने पर थे निराश, अब मिली राहत : आरएन इंटर कॉलेज में बीएड व बीटीसी की मूल अंक तालिका की प्रमाणित फोटोस्टेट की कॉपी न होने पर कुछ को प्रवेश करने से रोक दिया गया। इसको लेकर परीक्षार्थियों व उनके साथ आए अभिभावकों ने हंगामा किया। आरएन इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य ने मूल अंक तालिका के बिना प्रवेश से इन्कार कर दिया। परीक्षार्थियों ने फोन करके घरों से अंक तालिका मंगाई, इसके बाद किसी तरह 10 बजे तक वे परीक्षा हॉल में प्रवेश कर पाए। मैनाठेर से आई राजबाला को प्रवेश नहीं मिला तो वह रोने लगीं। गांगन तिराहे से आईं कुसुम, आजाद नगर से आईं दानिया और अगवानपुर से आए विमलेश कुमार आदि को प्रवेश नहीं मिला। हालांकि अब परीक्षा रद होने से परीक्षार्थी काफी परेशान दिखाई दे रहे हैं। लेकिन इससे परीक्षा से वंचित रह गए परीक्षार्थियों को राहत जरूर मिल गई है। अगली बार वे अपने पूरे प्रमाण पत्र के साथ परीक्षा देने आएंगे। उन्हें फिर से एक मौका मिल जाएगा।