मेडिकल स्टोर के तहखाने से मिला नशीली दवाओं का जखीरा
औषधि विभाग ने मंगलवार को नशीली दवाओं का जखीरा मेडिकल स्टोर के तहखाने से मिला।
मुरादाबाद : औषधि विभाग ने मंगलवार को नशीली दवाओं का जखीरा मेडिकल स्टोर के तहखाने से पकड़ा है। इसमें बड़ी संख्या में नशीली टेबलेट, कैप्सूल और सीरप मिले हैं। इस दौरान मेडिकल स्टोर संचालक बेहोश होकर गिर गया। टीम ने नशीली दवाइयां जब्त करने के साथ ही मेडिकल स्टोर संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
औषधि निरीक्षक नरेश दीपक मोहन को सूचना मिल रही थी कि करूला क्षेत्र के छोटे मेडिकल स्टोर पर नशीली दवाईयां मिल रही हैं। मंगलवार की दोपहर औषधि निरीक्षक बिजनौर आशुतोष मिश्रा, अमरोहा औषधि निरीक्षक राजेश कुमार, दस सराय चौकी इंचार्ज कोमल सिंह, सिपाही नितिन तोमर, सुनील कुमार के साथ हबीबी मेडिकल स्टोर पर पहुंचे। टीम को देखकर दुकानदार पहले तो दबाव बनाने का प्रयास करने लगा। इसके बाद तहखाना देखा तो टीम सदस्य नीचे उतर गए। यहां कबाड़ के डिब्बों में एल्प्रोजॉलॉम 75 हजार 600, हाईड्रोक्लोइन एक हजार 824 कैप्सूल, कोरेक्स एक हजार 298 बोतल बरामद की गई। मेडिकल स्टोर मरगूब हुसैन का है जो मथुरा के कोतवाली छाता में सहायक अध्यापक हैं। दवा पकड़े जाने पर दुकान स्वामी मरगूब हुसैन बेहोश हो गया। जानकारी जुटाने पर पता चला कि यहां से गांव-देहात और शहर के छोटे मेडिकल स्टोर पर दवा की सप्लाई की जाती थी। मेडिकल स्टोर संचालक के खिलाफ नारकोटिक्स एक्ट में मुकदमा दर्ज कराया गया है। नशे के इस्तेमाल में आने वाली दवाइयां बरामद की गई हैं। यहां से छोटे मेडिकल स्टोर पर दवा सप्लाई की जाती थीं।
नरेश दीपक मोहन, औषधि निरीक्षक नशे की दवाओं का दिल पर ज्यादा असर पड़ता है। दिल की गति धीमी हो जाती है। ब्लड प्रेशर के मरीज के दिमाग की नस फटने का भी खतरा रहता है।
- डॉ. अनुराग मेहरोत्रा, वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ ये दवाइयां मानसिक रोगी के दिमाग को शांत करने के लिए दी जाती हैं, लेकिन इसके ओवरडोज लेने से दिमाग की नस भी फट सकती हैं।
डॉ. अमित शर्मा, न्यूरो सर्जन