यूपी चुनाव 2022 में रामपुर की दो सीटों पर मुकाबला होगा नवाब खानदान बनाम आजम परिवार, देखें कौन-कौन हैं आमने-सामने
UP Vidhan Sabha Election 2022 यूपी चुनाव 2022 में सबसे दिलचस्प मुकाबला रामपुर में होने वाला है। क्योंकि यहां पर दो बड़े सियासी परिवार पहली बार आमने-सामने होंगे। मुकाबला नवाब खानदान बनान आजम परिवार होगा। दोनोंं ही परिवारों में लंबे समय से छत्तीस का आंकड़ा है।
रामपुर, (मुस्लेमीन)। UP Chunav 2022 : यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में इस बार सबसे दिलचस्प मुकाबला रामपुर में होने जा रहा है। यहां दो ऐसे परिवार आमने-सामने हैं, जिनमें लंबे समय से छत्तीस का आंकड़ा है। ये परिवार हैं सपा के फायरब्रांड नेता आजम खां और नवाब खानदान। रामपुर शहर से आजम खां नौ बार विधायक रहे हैं। अब उनकी पत्नी डा. तजीन फात्मा विधायक हैं। लेकिन, नवाब खानदान कभी इनके सामने चुनाव नहीं लड़ा।
इस बार शहर में नवाब खानदान और आजम खां का सीधे मुकाबला होने जा रहा है। आजम खां जेल से ही सपा के टिकट पर चुनाव लड़ने जा रहे हैं तो नवेद मियां कांग्रेस के टिकट पर शहर सीट से ताल ठोक रहे हैं। इतना ही नहीं आजम खां के बेटे अब्दुल्ला आजम स्वार-टांडा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं तो नवेद मियां के बेटे हमजा मियां उनके मुकाबले ताल ठोक रहे हैं।रामपुर की सियासत में आजम खां का 42 साल से दबदबा है।
वह प्रदेश सरकार में चार बार कई-कई विभागों के मंत्री रहे। प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष और राज्यसभा सदस्य भी रहे हैं। दूसरी ओर नवाब खानदान का भी रामपुर की सियासत में अच्छा प्रभाव रहा है। नवेद मियां स्वार टांडा सीट से चार बार विधायक रहे हैें। एक बार बिलासपुर से भी विधायक चुने गए। प्रदेश सरकार में मंत्री भी रहे हैं। इनके पिता नवाब जुल्फिकार अली खां उर्फ मिक्की मियां पांच बार और मां बेगम नूरबानो दो बार सांसद रही हैं।
कांग्रेस और सपा ने पिता पुत्रों को दिया टिकटः इस बार कांग्रेस ने पूर्व नवेद मियां के साथ ही उनके बेटे हैदर अली खान उर्फ हमजा मियां मियां को भी टिकट दे दिया है। नवेद मियां को रामपुर शहर विधानसभा और उनके बेटे हमजा मियां स्वार सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी हैं। सपा ने करीब दो साल से सीतापुर जेल में बंद आजम खां को रामपुर शहर से तो उनके बेटे अब्दुल्ला को स्वार टांडा से प्रत्याशी बनाया है। इस तरह दोनों परिवार आमने-सामने हैं। आजम खां राजनीति की शुरूआत से ही नवाब खानदान पर निशाना साधते रहे हैं। इस बार वह जेल में हैं।
उनके बेटे अब्दुल्ला ही अपने और आजम खां के चुनाव की कमान भी संभाले हैं। उनका कहना है हमारा मुकाबला सरकार से हैं। कि कांग्रेस से कोई मुकाबला नहीं है। वे लोग जीतने के लिए नहीं, बल्कि हमें हराने के लिए खड़े हैं। जनता सब जानती है। पिछले चुनाव में ही इन्हे नकार चुकी है। इस बार बुरी तरह हारेंगे। दूसरी नवेद मियां कहते हैं कि आजम खां ने मंत्री रहते जनता पर जिस तरह जुल्म किए, उनकी सजा मिल रही है। जनता भी सब समझ चुकी है। इस बार चुनाव में भी उन्हे सबक सिखा देगी।