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भाजपा गठबंधन ने यूपी चुनाव में जानें कहां से उतारा पहला मुस्लिम उम्मीदवार, गठबंधन के किस दल ने दिया टिकट

UP Election 2022 भाजपा गठबंधन ने यूपी विधानसभा चुनाव में पहला मुस्लिम प्रत्याशी उतारा है।हैदर अली खान उर्फ हमजा मियां को स्वार टांडा सीट से भाजपा के गठबंधन दल अपना दल ने प्रत्याशी घोषित किया है। हमजा मियां रामपुर के नवाब खानदान से हैं।

By Samanvay PandeyEdited By: Published: Mon, 24 Jan 2022 10:50 AM (IST)Updated: Mon, 24 Jan 2022 10:50 AM (IST)
भाजपा गठबंधन ने यूपी चुनाव में जानें कहां से उतारा पहला मुस्लिम उम्मीदवार, गठबंधन के किस दल ने दिया टिकट
UP Vidhan Sabha Election 2022 : भाजपा गठबंधन दल ने प्रदेश में पहला मुस्लिम प्रत्याशी रामपुर जिले से उतारा है।

रामपुर, जेएनएन। UP Vidhan Sabha Election 2022 :  भाजपा गठबंधन ने यूपी चुनाव में पहला मुस्लिम उम्मीदवार मैदान में उतार दिया है। कांग्रेस छोड़कर अपना दल में शामिल हुए हैदर अली खान उर्फ हमजा मियां को स्वार टांडा सीट से प्रत्याशी घोषित कर दिया है। हमजा मियां रामपुर के नवाब खानदान से हैं और नवेद मियां के बेटे हैं। हमजा मियां को कांग्रेस ने भी अपना प्रत्याशी घोषित किया था, लेकिन वह टिकट मिलने के बाद पार्टी छोड़ गए और अपना दल में शामिल हो गए। भाजपा गठबंधन दल ने प्रदेश में पहला मुस्लिम प्रत्याशी रामपुर जिले से उतारा है।

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अपना दल का भारतीय जनता पार्टी से गठबंधन है। इसीलिए भाजपा ने स्वार टांडा सीट को अपना दल के लिए छोड़ दिया था। हमजा मियां के पिता पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां इस सीट से लगातार चार बार विधायक का चुनाव जीते हैं, लेकिन पिछले चुनाव में वह हार गए थे। इस बार नवेद मियां रामपुर शहर से सांसद आजम खां के मुकाबले कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि उनके बेटे हमजा मियां अब अपना दल के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे।

हमजा मियां के अपना दल प्रत्याशी बनने से स्वार सीट पर मुकाबला दिलचस्प होने के आसार हैं। भाजपा का वोट बैंक जहां हमजा मियां को मिलने की उम्मीद है, वहीं मुस्लिम मतदाताओं पर सपा की नजर है। हालांकि नवाब खानदान को मुस्लिम मतदाता भी समर्थन करते रहे हैं। अब नए समीकरण हो गए हैं।

पिछले चुनाव में इस सीट से भाजपा को 50 हजार से ज्यादा वोट मिले थे, जबकि नवेद मियां को भी 50 हजार से ज्यादा वोट मिले थे। अब्दुल्ला आजम को एक लाख छह हजार वोट मिले थे। लेकिन, कम उम्र के आरोप में हाईकोर्ट ने अब्दुल्ला आजम की विधायकी रद्द कर दी थी।


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