UP Board Result 2020 : चार किमी पैदल चलकर जाती थी स्कूल, मेहनत से जिला टॉपर बनी मजदूर की बेटी
UP Board Result 2020 मकान टूटा-फूटा और खस्ताहाल अवस्था में है। बारिश के दिनों में पूरे मकान की छत जहां-तहां से टपकती है। बारिश होने पर वह रात को सो नहीं पाते।
रामपुर (विनोद गंगवार)। मंजिल उन्ही को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है, पंखों से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है। इन पंक्तियों के मतलब को सही में साकार कर दिया है इकरा बी ने। उसके पिता मजदूरी करते हैं। घर पर संसाधनों का अभाव है। फिर भी उसने इंटरमीडिएट की परीक्षा में जिला टाॅॅप कर दिया।
जिला टापर इकरा बी बेहद गरीब परिवार से तआल्लुक रखती है। नगर से दो किलोमीटर दूर स्थित क्योरार गांव में निवास करती है। गांव से प्रतिदिन चार किलोमीटर दूर, धनेली उत्तरी स्थित कलावती कन्या इंटर कालेज में पढऩे के लिए पैदल जाती थी। उनके पिता नासिर खान बदायूं स्थित उझानी कस्बे में रहकर मजदूरी करते हैं। वहां ट्रकों में भूसा लादने का काम करते हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है। एक कमरे में मां जरीना बी, जुड़वा भाई शावेज और नावेद और बड़ी बहन करीना बी समेत परिवार के छह सदस्य रहते हैं। दोनों छोटे भाई कक्षा आठ में पढ़ते हैं। बड़ी बहन करीना भी बीए फाइनल कर रही है। मां जरीना बी ग्रहणी है और बच्चों की देखभाल करने के साथ-साथ पढ़ाई लिखाई में उनकी मदद करती है। शनिवार को परीक्षाफल घोषित होने पर जरीना बी ने बेटी को रिजल्ट देखने के लिए कस्बे में स्थित साइबर कैफे पर भेजा। दोपहर दो बजे पड़ोसियों ने बताया कि उनकी बेटी ने जिले में पहला स्थान पाया है। सुनकर उन्हें विश्वास नहीं हुआ। दरवाजे पर खड़ी होकर वह बेटी के घर आने का इंतजार करने लगी। जैसे ही इकरा बी दिखाई दी दौड़कर उसे गले लगा लिया। मीडिया से बात करते हुए जरीना बी ने बताया कि उनके घर के हालात बेहद खराब हैं। घर में टूटी-फूटी तीन चारपाइयां और नाम मात्र को भोजन पकाने के बर्तन है।हमेशा डर बना रहता है कि कहीं मकान छत समेत गिर न जाए। सरकार से उन्हें उम्मीद है कि उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना में मकान मिल जाएगा। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा उन्हें उज्जवल योजना के अंतर्गत गैस कनेक्शन दिया गया है।
स्कूल का नाम रोशन कर दिया
हमारे और हमारे स्कूल के लिए यह बेहद गर्व की बात है कि गरीब की बेटी ने जिला टॉप किया है। इकरा ने अपने माता-पिता, गांव और जिले के साथ-साथ हमारे स्कूल का नाम रोशन कर दिया। स्कूल में शिक्षा ग्रहण करने के दौरान अध्यापक और स्कूल प्रबंधन समिति को उससे बहुत उम्मीद थी। जिले में पहला स्थान लाकर गुरुजनों और हमारे स्कूल का मान बढ़ाया है। कभी भी उसने या उसके पिता ने स्कूल से फीस माफ कराने के लिए नहीं कहा। स्वाभिमानी पिता की इस बेटी के द्वारा सर्वाधिक अंक प्राप्त करने पर स्कूल प्रबंधन समिति उसे पुरस्कृत करेगी और उसे सम्मानित किया जाएगा।
सफाई कर्मी का बेटा भी टापर में शामिल
दढिय़ाल : केकेएमपी इंटर कालेज सरकथल में इंटरमीडिएट की परीक्षा में दो छात्रों ने जिले की सूची में अपना स्थान बनाया है। दूसरी रेंक पाने वाला छात्र ग्रामपं चायत कुंडेसरा अंतर्गत कुंडेसरी का रहने वाला विशेष कुमार है। उसने 416 अंक प्राप्त कर 83.20 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। इनके पिता पप्पू ङ्क्षसह ग्राम पंचायत इमरता निकट अकबराबाद में सफाई कर्मी हैं। माता सूरजमुखी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता है। उसने हाईस्कूल परीक्षा में भी 89.17 प्रतिशत अंक पाकर जिले की सूची में स्थान पाया था। उसकी कामयाबी से स्वजनों में खुशी की लहर दौड़ गई। अब आगे चलकर वह सिविल सेवा में देश की सेवा करना चाहता है।
इसी कालेज के छात्र सचिन गौतम गांव मुकुटपुर कोतवाली टांडा निवासी है। इन्होंने 405 अंक प्राप्त कर जिले की सूची में नवां स्थान पाया है। इनके पिता अजब ङ्क्षसह किसान हैं। पांच बीघा जमीन के मालिक हैं। कम साधनों के बाद भी पुत्र के अच्छे अंक लाने पर परिवार में खुशी का माहौल है। उधर कालेज उप प्रबंधक गोपाल ङ्क्षसह चौहान, प्रधानाचार्य व समस्त स्टाफ भी होनहारों के लिए गदगद है। उन्होंने दोनों छात्रों को कालेज बुलाकर मिठाई खिलाई व उनको सम्मानित किया। जासं