Move to Jagran APP

कृषि कानून का अनोखा व‍िरोध, क‍िसान ने जोत डाली 10 बीघा गेहूं की खड़ी फसल

कृषि कानून के व‍िरोध में गांव शहजादपुर के किसान ने गेहूं की लगभग दस बीघा फसल पर ट्रैैक्टर चलाकर नष्ट कर दी। केवल दो बीघा गेहूं अपने खाने के लिए रोकी है। कृषि कानून को लेकर किसानों में गुस्सा है।

By Narendra KumarEdited By: Published: Sat, 27 Feb 2021 04:11 PM (IST)Updated: Sat, 27 Feb 2021 04:11 PM (IST)
कृषि कानून का अनोखा व‍िरोध, क‍िसान ने जोत डाली 10 बीघा गेहूं की खड़ी फसल
जितेंद्र ने किसान बिल के विरोध में गेहूं की फसल पर चलाया ट्रेक्टर।

मुरादाबाद, जेएनएन। कृषि कानून के व‍िरोध में गांव शहजादपुर के किसान ने गेहूं की लगभग दस बीघा फसल पर ट्रैैक्टर चलाकर नष्ट कर दी। केवल दो बीघा गेहूं अपने खाने के लिए रोकी है।

loksabha election banner

कृषि कानून को लेकर किसानों में गुस्सा है। वापस लिए जाने की मांग को लेकर इन दिनों दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलनरत भी हैं। अब क्षेत्रीय किसानों द्वारा अपनी फसलों को खुद ही नष्ट किया जा रहा है। अमरोहा के मंडी धनौरा के ग्राम शहजादपुर निवासी किसान जितेंद्र ने किसान कानून के विरोध में अपनी 10 बीघा गेहूं पर ट्रैक्टर चलाकर नष्ट करने का दावा किया है। जितेंद्र के पास करीब 60 से 70 बीघा भूमि है। उसने 13 बीघा भूमि पर गेहूं की फसल की बुवाई कर रखी है। शेष पर उसने गन्ने की बुवाई कर रखी है। इसमें से उसने 10 बीघा भूमि पर किसान बिल के विरोध में ट्रैक्टर चला कर नष्ट कर दिया है। वहीं तीन बीघा भूमि पर बची गेहूं को अपने खाने पीने के लिए रोका है। जितेंद्र का कहना है कि वह कानून का विरोध करते हैं। विरोध स्वरूप ही अपनी फसल को नष्ट कर रहे हैं। इसे भी व्यापारियों को नहीं बेचेंगे। गेहूं की फसल अपने खाने पीने के लिए रोकी है। इसी तरह गजरौला के ग्राम दरियापुर बुजुर्ग में गेंहू की फसल जाेती गई। यहां के किसान नरेंद्र सिंह ने लगभग बीस बीघा में से छह बीघा में फसल ट्रैक्टर से जोत नष्ट करने का दावा किया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.