पाकबड़ा में बावरिया गिरोह ने डाली थी डकैती, दो गिरफ्तार
पुलिस महानिदेशक के दौरे से एक दिन पहले ही पुलिस ने पाकबड़ा की डकैती का पर्दाफाश कर दिया।
मुरादाबाद : पुलिस महानिदेशक के दौरे से एक दिन पहले ही पुलिस ने पाकबड़ा की डकैती का पर्दाफाश कर दिया। बावरिया गिरोह के दो बदमाशों को पकड़ लिया है, जबकि पांच बदमाश अभी पकड़ से दूर हैं। लूटी गई ज्वेलरी, कपड़े, पर्स तथा नकदी भी बरामद की गई है। पकड़ा गया सरगम ओर काला हर बार नाम बदलकर जेल जाते हैं। बिजनौर के अलावा हरियाणा के पलवल की डकैती में जेल जा चुके हैं। ये है पूरा मामला सिविल लाइन ऑफिस में प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए एएसपी अपर्णा गुप्ता और सीओ राजेश कुमार ने बताया कि नौ नवंबर को पाकबड़ा के पाट की मिलक में किसान हरिसिंह के घर हुई डकैती का पर्दाफाश कर दिया है। बदमाशों ने वारदात के दौरान हरिसिंह उनकी पत्नी को बेरहमी से पीटा था, उनके बड़े बेटे राजू की अंगुली काट दी थी। विनोद, दिनेश और बेटी ज्योति की डंडों से पिटाई की गई थी।। पाकबड़ा के पूर्व इंस्पेक्टर गजेंद्र त्यागी और चौकी प्रभारी गोपाल के नेतृत्व में डकैती को अंजाम देने वाले दो बदमाश पकड़ लिए हैं। पकड़ा गया सरगम उर्फ गोपा उर्फ सुहेल निवासी ताहरपुर मैनाठेर और काला निवासी सकरपुर डिडौली अमरोहा में डेरा डालकर रहते हैं। एएसपी के मुताबिक, दोनों ने पूछताछ के बाद बताया कि अपने साथी दिलनशी, आलिम उर्फ आलम, शाहरुख, रिहान और डालर निवासीगण ताहरपुर मैनाठेर के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया था। अभी पांच बदमाश पुलिस पकड़ से दूर हैं। ऐसे दिया था वारदात को अंजाम सरगम उर्फ गोपा ने आउटर एरिया में बने घर की रेकी की थी। उसके बाद अपने साथियों के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया। पैदल रास्ते से ही मैनाठेर के ताहरपुर से पाकबड़ा में पाट की मिलक में हरिसिंह के घर पर गए थे। सरगम का कहना है कि हरिसिंह और उनके बेटे राजू ने लूटपाट का विरोध किया था। उन्होंने बताया कि डालर ने साइकिल उठाकर राजू पर वार किया, जिसमें राजू का हाथ फंसकर अंगुली टूट गई थी। घर के अंदर से चौदह हजार की नकदी और ज्वेलरी लूटने के बाद जंगल के रास्ते मैनाठेर के ताहरपुर स्थित डेरे में पहुंच गए थे। 14 से बदमाशों की संख्या हो गई सात हरिसिंह के परिवार ने बताया था कि बदमाशों की संख्या 14 थी। पर्दाफाश के दौरान पुलिस ने सात बदमाश बताए हैं। एएसपी अपर्णा गुप्ता का कहना है कि लूटपाट के दौरान बदमाशों ने इतना कहर बरपाया कि परिवार को सात लोग बड़ी संख्या में दिखाई दे रहे थे। हरिसिंह के परिवार को सभी के फोटो दिखाकर पहचान भी कराई है। चेहरे ढके होने से शरीर से पहचान की गई। पूजा करके देते हैं वारदात को अंजाम बावरिया गिरोह के सदस्यों ने बताया कि पाकबड़ा में हुई घटना में सात बदमाश शामिल थे। सभी ने घटना से पहले दस बजे तक मैनाठेर में पूजापाठ कर बकरे की बलि दी थी। वारदात के वक्त गिरोह के सदस्य आपस में कोड वर्ड में बात कर रहे थे। ताकि हरिसिंह के घर आसानी से डाका डाल सकें।