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तुलसी को ब्याहने निकले शालिग्राम, घर-घर गंजू जयकारे

दुर्गा मंदिर से गंज गुरहट्टी चौराहा गंज बाजार टाउन हाल जीएमडी रोड ताड़ीखाना होते हुए वापस दुर्गा मंदिर में पहुंचकर विश्राम दिया गया। मान्यता है कि इस दिन श्रीहरि चार माह नींद से के बाद जागते हैं और इसी दिन भगवान विष्णु के शालिग्राम स्वरूप का देवी तुलसी से विवाह हुआ था।

By JagranEdited By: Published: Thu, 26 Nov 2020 02:35 AM (IST)Updated: Thu, 26 Nov 2020 02:35 AM (IST)
तुलसी को ब्याहने निकले शालिग्राम, घर-घर गंजू जयकारे
तुलसी को ब्याहने निकले शालिग्राम, घर-घर गंजू जयकारे

मुरादाबाद, जेएनएन: देवोत्थानी एकादशी पर घरों से लेकर मंदिरों में पूजा हुई और तुलसी-शालीग्राम विवाह कार्यक्रम हुआ। कोर्ट रोड स्थित प्राचीन दुर्गा मंदिर में एक महीने से चल रही कार्तिक मास कथा के तहत देवोत्थानी एकादशी पर तुलसी-शालीग्राम विवाह हुआ। इससे पूर्व शहर में तुलसी-शालीग्राम विवाह की शोभायात्रा निकाली गई।

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दुर्गा मंदिर से गंज गुरहट्टी चौराहा, गंज बाजार, टाउन हाल, जीएमडी रोड, ताड़ीखाना होते हुए वापस दुर्गा मंदिर में पहुंचकर विश्राम दिया गया। मान्यता है कि इस दिन श्रीहरि चार माह नींद से के बाद जागते हैं और इसी दिन भगवान विष्णु के शालिग्राम स्वरूप का देवी तुलसी से विवाह हुआ था। इसीलिए देवोत्थानी एकादशी विवाह के लिए सबसे बड़ा मुहूर्त है। दुर्गा मंदिर में पुजारी भाष्करानंद सिमल्टी ने विधि-विधान से पूजा व तुलसी-शालीग्राम विवाह संपन्न कराया। तुलसी-शालीग्राम विवाह की बरात में इस्कान मंडली हरि संकीर्तन करते चल रही थी और हरि संकीर्तन व तुलसी महारानी गुणगान करते चल रहे थे। इस मौके पर इस्कान प्रचारक महामुनि दास, शरण प्रियदास, अग्रसेन, अक्षय दर्शन, राजकुमार यादव, हिमांशु दास भक्त नृत्य करते चल रहे थे। तत्पश्चात शाम को मंदिर में महिला संकीर्तन हुआ। इसमें पूनम आहूजा, अंजू यादव, निशा अग्रवाल, फूलवती यादव, सुमन यादव, सुभाष चंद्र यादव का सहयोग रहा। इधर, पीलीकोठी स्थित आवास विकास कालोनी में चित्रांश महासभा की ओर से देव प्रबोधनी एकादशी मनाई गई। सबसे पहले पूजा स्थल को गंगा जल से धोकर आटे से चौक बनाया। इस चोक में भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करके खिचड़ी गन्ना, मूली, सिघाड़ा से पूजा की गई। पंडित कैलाश मुरारी ने पूजा कराई। उन्होंने एकादशी का महत्व बताते हुए कहा कि मनुष्य अपनी भावनानुसार विधि पूर्वक पूजन करने और क्षमा याचना से पाप नष्ट हो जाते हैं। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए। देव उठान की एकादशी पर पूजा करने से गोदान फल मिलता है। ताड़ीखाना स्थित शिव मंदिर में मुरादाबाद जागरूक समाज की ओर से पूजा की गई। पूजन पंडित अनुज भारद्वाज ने कराया। इस बार अतुल जौहरी, विनय रस्तोगी, सुनील गुलाटी, अतुल जौहरी, नीरज गुप्ता, महेंद्र सिंह, दिनेश अग्रवाल समेत अन्य मौजूद रहे। कोर्ट रोड स्थित दुर्गा मंदिर, गीता ज्ञान मंदिर कोठीवाल नगर समेत कई मंदिरों में देव उठान एकादशी पर पूजा हुई।


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