लॉकडाउन में ट्रक व लेबर का मूवमेंट न होने से ठप हो गया ट्रांसपोर्ट कारोबार Sambhal News
कहीं लोड नहीं मिल रहा तो कहीं लेबर की समस्या के कारण खाली बैठे हैं ट्रांसपोर्टर। लॉकडाउन से सभी प्रकार के उद्योग पूरी तरह से ठप पड़े हैं।
सम्भल,जेएनएन। लॉकडाउन के दौरान ट्रांसपोर्ट कारोबार पूरी तरह से चौपट हो गया है। क्योंकि फैक्ट्रियां व कारोबार बंद होने के कारण ट्रकों के लिए लोड भी नहीं है। इतना ही नहीं यदि कहीं लोड मिल रहा है तो वहां पर लेवर का मूवमेंट न होने के कारण काम नहीं हो पा रहा है और इस कारण अधिकांश ट्रांसपोर्टर घरों पर बैठे है।
लॉकडाउन के दौरान सरकार ने जरूरी सामान की आपूर्ति करने के लिए वाहनों को आने जाने की छूट दे दी थी, जिससे कही भी किसी सामान की कमी न आने सके। मगर इसके बाद भी ट्रांसपोर्टर खाली बैठे हुए है। क्योंकि फैक्ट्रियां व कारखाने बंद पड़े हैं और वहां से कोई भी लोड दूसरे शहर या राज्यों में नहीं जा रहा है और इसी कारण ट्रांसपोर्ट के गोदाम व दफ्तर बंद पड़े हुए हैं। कही कोई काम न होने की वजह से ट्रांसपोर्टर भी घरों पर अपने परिवार के साथ समय व्यतीत कर रहे हैं। ट्रांसपोर्टरों की माने तो इस समय काम पूरी तरह से बंद पड़ा है। यदि कही कोई लोड मिलता है तो लेबर की समस्या सामने आ जाती है। क्योंकि लॉकडाउन के कारण लेबर का कोई मूवमेंट नहीं हो रहा है और लेबर न होने से किसी प्रकार की कोई लोङ्क्षडग नहीं हो पा रही है, जिससे माल इधर से उधर नहीं हो पा रहे हैं।
पहले आते थे रोज, अब आ रहे हफ्ते में एक या दो बार
शहर में स्थित ट्रांसपोर्ट गोदामों पर लॉकडाउन से पहले अक्सर ट्रकों से माल उतरते हुए देखा जा सकता था। इतना ही नहीं जब लेवर माल उतार रही होती थी तब भी एक या दो ट्रक भरे खड़े होते थे, जिन्हें उतार के लिए अपनी पारी का इंतजार होता था। मगर अब स्थिति पूरी तरह से उल्टी दिखाई पड़ रही है। उस समय ट्रकों की माल उतारने के लिए लाइन लगी रहती थी और अब ट्रक माल लेकर आ नहीं रहे हैं।
पहले किराना का सामान लेकर कानपुर बरेली, आगरा, गाजियाबाद, मुरादाबाद से रोजाना ही जरूरी सामान लेकर ट्रक आते थे, लेकिन इस समय सप्ताह में एक या दो ट्रक ही आ रहे है। इनमें अधिकांश माल किराना का होता है। काम बंद होने से ट्रक के ड्राइवर व मालिकों के साथ माल को उतारने व चढ़ाने वाली लेकर काफी दिक्कतों का सामना कर रही है।
श्याम सुंदर, श्याम ट्रांसपोर्ट
ट्रांसपोर्ट का काम पूरी तरह से बंद पड़ा हुआ है। क्योंकि यदि कही से ट्रक माल लेने के लिए तैयार होता है तो वहां पर लेवर नहीं मिलती। क्योंकि लॉकडाउन के कारण लोगों के आने जाने पर पाबंदी लगा दी गई है और इस स्थिति में न तो माल ट्रक में लोड हो रहा है और न ही कोई अनलोङ्क्षडग।
बाबू, चांद रोड लाइंस
लॉकडाउन के कारण सरकार की ओर से ट्रक मालिकों को काफी राहत दी गई है। क्योंकि जिन ट्रकों की फिटनेस, परमिट लॉकडाउन की अवधि के दौरान खत्म हो रहे थे, उनकी वैधता अवधि को परिवहन विभाग की ओर 30 जून तक बढ़ा दिया गया है। विभाग की ओर से एआरटीओ अम्ब्रीश कुमार ने बताया कि कार्यालय बंद होने के कारण वहां पर कोई कार्य नहीं हो पा रहा है। ऐसे में वाहन स्वामियों व चालकों को दिक्कतों का सामना न करना पड़ रहा है। इसके लिए विभाग ने लॉकडाउन के दौरान वैधता समाप्त होने वाले वाहन के परमिट व फिटनेस के साथ ड्राइङ्क्षवग लाइसेंस की अंतिम तारीख को बढ़ाकर 30 जून कर दिया है। इससे काफी राहत मिलेगी, लेकिन वाहन स्वामी अपना टैक्स ऑनलाइन जमा कर सकते हैं।