Indian Railways : मुरादाबाद-चन्दौसी-बरेली मार्ग पर अभी इलेक्ट्रिक इंजन से नहीं चल पाएंगी ट्रेनें, जानिए क्या है वजह
Moradabad-Chandausi-Bareilly Railroad मुरादाबाद-चन्दौसी-बरेली मार्ग पर इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेनें अभी नहीं चल पाएंगी। दरअसल उत्तर रेलवे मुख्यालय द्वारा सीआरएस को फाइल भेजी गई है। सीआरएस ने अभी तक इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेन चलाने की अनुमति नहीं दी है।
मुरादाबाद, जेएनएन। Moradabad-Chandausi-Bareilly Railroad। मुरादाबाद-चन्दौसी-बरेली मार्ग पर इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेन संचालन के लिए अभी इंतजार करना पड़ेगा। विद्युतीकरण का कार्य पूरा होने के बाद भी चन्दौसी मार्ग से गुजरने वाली ट्रेनें और मालगाडि़यां डीजल इंजन से ही चलाई जा रहीं हैं। हालांकि अधूरे काम को पूरा कर कमिश्नर रेलवे आफ सेफ्टी (सीआरएस) से अनुमति के लिए पत्र भेज दिया गया है।
डीजल की बचत के लिए रेलवे सभी रेल मार्गों पर विद्युतीकरण करा रहा है। मुरादाबाद से चन्दौसी और चन्दौसी से आंवला तक विद्युतीकरण का कार्य मार्च 2019 में पूरा हो चुका है। सीआरएस मुरादाबाद से आंवला तक इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेन चलाने की स्वीकृति दे चुके हैं। इस साल रेलवे के विद्युतीकरण संगठन ने आंवला से बरेली तक विद्युतीकरण का काम पूरा कर लिया है। सितंबर में सीआरएस ने निरीक्षण किया था और कई काम अधूरा पाया था। सीआरएस ने अधूरे काम को पूरा होने के बाद ही इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेन चलाने की अनुमति देने की बात कही थी। विद्युतीकरण संगठन की टीम ने तेजी से काम करते हुए सभी अधूरे कार्य पूरे कर लिए।
आंवला से बरेली तक स्वीकृति नहीं मिलने की वजह से मुरादाबाद, चन्दौसी, बरेली होकर लखनऊ जाने वाली ट्रेनों और मालगाडि़यों को अभी इलेक्ट्रिक इंजन से नहीं चलाया जा रहा है। डीजल इंजन से ट्रेनों को चलाने के कारण इस मार्ग पर चलने वाली, बंद पड़ी अधिकांश ट्रेनों का संचालन शुरू नहीं हो पा रहा है। मंडल रेल प्रबंधक तरुण प्रकाश ने बताया कि विद्युतीकरण संगठन ने आंवला से बरेली के बीच अधूरे कार्य को पूरा कर लिया है। उत्तर रेलवे मुख्यालय द्वारा सीआरएस को फाइल भेजी गई है। सीआरएस ने अभी तक इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेन चलाने की अनुमति नहीं दी है।