Top Moradabad News of the day 01october 2019, शाम पांच बजे तक की मुख्य खबरें एक नजर में
शाम पांच बजे तक की मुख्य खबरें एक नजर में
आजम खां को मुसीबत में देख चुनावी दंगल में कूदीं तजीन
हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव के बाद से सांसद आजम खां मुसीबत में बसे हैं। उनके खिलाफ जमीन कब्जाने, मकान तोडऩे, लूटपाट, हत्या और हत्या के प्रयास आदि आरोपों में 84 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। प्रशासन ने उन्हें भू-माफिया भी घोषित कर दिया है। हालात यह हैं कि उन्हें रामपुर से बाहर रहना पड़ रहा है। अब रामपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना है। ऐसे में अपने पति को मुसीबत में देख राज्यसभा सदस्य डॉ. तजीन फात्मा भी विधायक बेटे अब्दुल्ला के साथ आगे आई हैं।
कांठ बवाल मामले में कोर्ट में पेश हुए कैबिनेट मंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह, निजी मुचलके पर मिली जमानत
जून 2014 में मुरादाबाद के कांठ थाना क्षेत्र के अकबरपुर चंदेरी गांव में मंदिर से लाउडस्पीकर उतरवाने के बाद जमकर बवाल हुआ था। इस मामले कांठ थाने 64 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। इस घटना में मुरादाबाद के तत्कालीन जिलाधिकारी चंद्रकांत की आंख में चोट आई थी। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इस मामले में पंचायती राज मंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह समेत चार के लोगों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किये थे। मंगलवार को एडीजे 2 अनिल कुमार वशिष्ठ की कोर्ट कैबिनेट मंत्री के साथ अन्य आरोपित पेश हुए। अदालत ने सभी को 50 हजार के निजी मुचलके पर जमानत प्रदान की। इसके साथ ही कोर्ट ने मामले की सुनवाई के लिए 24 अक्टूबर की तारीख दी है।
नागरिकता पर पूछा सवाल तो गृह मंत्रालय ने भेजा आमंत्रण
विदेशियों की नागरिकता की जानकारी के सवाल पर गृह मंत्रालय के अफसरों ने हाथ खड़े कर दिए। बोले 26 रजिस्टरों में जानकारी दर्ज है, कार्यालय आने पर सूचना मिलेगी। विदेशी नागरिकों के आवेदन का कोई रिकार्ड नहीं रखता। विदेशियों को नागरिकता प्रदान करने के सवाल पर जवाब देने में टाल-मटोल किया। स्पष्ट रूप से कहा है किसी भी दिन कार्यालय में आकर आप फाइलों को देखकर स्वयं अपना जवाब खोज सकते हैं।
बेटे-पत्नी संग एसआइटी के सामने पेश हुए आजम, बयान दर्ज कराने को मांगा समय
जौहर यूनिवर्सिटी के लिए जमीन कब्जाने के आरोप में फंसे सांसद आजम खां पत्नी व राज्यसभा सदस्य डॉ. तजीन फात्मा के साथ विशेष जांच दल (एसआइटी) के समक्ष पेश हुए। उनके साथ विधायक बेटा अब्दुल्ला भी थे। सपा सांसद आजम खां ने एसआइटी इंचार्ज दिनेश गौड़ से मुकदमों में बयान दर्ज कराने के लिए चार दिन का समय मांगा। बाद में मीडिया से बातचीत में कहा कि पुलिस की ओर से सरकारी वकील ने हाईकोर्ट में झूठी रिपोर्ट दे दी कि हम जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैैं जबकि, हमारे दोनों बेटे और पत्नी दो-दो बार बयान दे चुके हैं।
पनाह-ए -प्यार मांग रहीं बुजुर्गों की भीगीं पलकें
अंधेरे में जो बैठे हैं, नजर उन पर भी कुछ डालो। बुरे हम हैं नहीं इतने, जरा देखो हमें भालो। प्रख्यात गीतकार प्रदीप की यह रचना उन दरख्तों के लिए बेहद मुफीद है, जिन्होंने बच्चों की खुशी के लिए अपने सपनों का परित्याग किया। एक अक्टूबर यानि विश्व बुजुर्ग दिवस के मौके पर दैनिक जागरण ने एक बार फिर उन बुजुर्गों का दिल टटोलने की कोशिश की जो अपने जीवन के अंतिम पड़ाव पर खड़े हैं। अफसोस कि मौत के करीब खड़े यह लोग अपनों के होते हुए भी उनके पास नहीं हैं।