चीनी मिली की पेराई क्षमता न बढ़ी तो समस्या बन जाएगा गन्ना
मुरादाबाद : चीनी मिलों की पेराई क्षमता न बढ़ी तो किसानों को करना पड़ेगा परेशानी का सामना।
मुरादाबाद : चीनी मिलों की पेराई क्षमता न बढ़ी तो गन्ना समस्या बन जाएगा। पर्ची न मिलने से भी किसानों की परेशानी में इजाफा होगा। किसानों ने ये बात बिजनौर के गांव गुड्डी में रैंडम चेकिंग करने गए विशेष सचिव 'गन्ना' राकेश कुमार मिश्र से कही। की गई रैंडम चेकिंग
रविवार को मिश्र ने गन्ना विभाग द्वारा किसानों को जारी किए गए कच्चा कैलेंडर व पर्चियों के वितरण व्यवस्था का रैंडम चेकिंग किया। गांव गुड्डी पहुंचे तो किसानों ने समस्याओं का अंबार लगा दिया। खेम सिंह, बुद्धी, महेंद्र, चौखे, मंगला का कहना था कि 2018-19 पेराई सत्र में गन्ना क्षेत्र बढ़ा है लिहाजा किसानों का बेसिक कोटा भी बढ़ा दिया जाए। उन्होंने कहा कि चीनी मिल बेसिक कोटाधारक किसानों का ओवर वेट गन्ना नहीं तौलते जिससे किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। किसानों ने सहकारी चीनी मिल नजीबाबाद की पेराई क्षमता बढ़ाने की मांग की। खासबात ये है कि इस मिल की पेराई क्षमता बढ़ाने का एलान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कर चके हैं। इस मौके वर उप गन्ना आयुक्त राजेश कुमार मिश्र भी मौजूद थे। कोल्हू पर गन्ना
विशेष सचिव ने चीनी मिलों के साथ कोल्हू व क्रेशर पर गन्ना आपूर्ति करने की सलाह किसानों को दी। कहा कि सूबे की सरकार कोल्हू व क्रेशर को चालू कराने के प्रयास में हैं लिहाजा किसान गन्ना आपूर्ति कर परेशानी से बच सकते हैं। किसानों ने कहा कि कोल्हू संचालक गन्ने का दाम कम व भुगतान में देरी करते हैं। खंडसारी ने भी सौंपा ज्ञापन
विशेष सचिव के आने की जानकारी मिलने पर कोल्हू व क्रेशर संचालक भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने नियम व शर्ते आसान करने की मांग की। कहा कि शर्ते पूरी न करने पर अधिकांश कोल्हू व क्रेशर बंद हैं। विशेष सचिव ने समस्याओं के निराकरण कराने का आश्वासन दिया। समय से मिलों को चालू करने का निर्णय : विशेष सचिव
गन्ना किसानों को परेशानी नहीं होने दी जाएगी। उनकी समस्याओं के मद्देनजर सूबे की सरकार ने चीनी मिलों को समय से चालू कराने का निर्णय लिया है। कई मिलें अक्टूबर में अंत में चालू हो सकती हैं।
राकेश कुमार मिश्र, विशेष सचिव 'गन्ना'
एवं निदेशक गन्ना किसान संस्थान