Move to Jagran APP

Tigri Mela 2021 : त‍िगरी मेले के शुभारंभ में केवल एक द‍िन बाकी, तैयारियां अभी तक नहीं हो पाईं पूरी

Tigri Mela 2021 मेले की व्यवस्थाओं से श्रद्धालु भी नाखुश हैं। वह स्वयं अपनी तैयारियों में जुटे हैं। यह हाल तब है। जब 14 नवंबर को विधि विधान के साथ मेले का शुभारंभ होगा और 19 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा का मुख्य स्नान है।

By Narendra KumarEdited By: Published: Sat, 13 Nov 2021 02:26 PM (IST)Updated: Sat, 13 Nov 2021 02:26 PM (IST)
Tigri Mela 2021 : त‍िगरी मेले के शुभारंभ में केवल एक द‍िन बाकी, तैयारियां अभी तक नहीं हो पाईं पूरी
14 नवंबर को होगा मेले का श्रीगणेश, 19 को है कार्तिक पूर्णिमा का मुख्य स्नान।

मुरादाबाद, संवाद सहयोगी। Tigri Mela 2021 : अमरोहा के गजरौला तिगरी मेले के शुभारंभ को महज एक दिन बचा है। इसके बावजूद अभी तक मेले की तैयारियां पूर्ण रूप से पूरी नहीं हुई हैं। ऐसे में देखा जाए तो मेले का शुभारंभ आधी अधूरी तैयारियों के बीच होगा। मेला स्थल पर बने सेक्टर 10 के बाद 14 तक ज्यादा सुविधाएं नहीं हो पाई हैं। मेला स्थल पर पूरे परिसर में अभी तक प्रकाश की व्यवस्था भी पूरी नहीं हो पाई है।

loksabha election banner

कटान की वजह से गंगा घाट भी नहीं बन पाए हैं। कई जगह सड़कें भी अधूरी हैं। जबकि मेला स्थल पर श्रद्धालुओं के पहुंचने का क्रम शुरू हो चुका है। अब लगातार श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा होता रहेगा। इतना ही नहीं मेले की व्यवस्थाओं से श्रद्धालु भी नाखुश हैं। वह स्वयं अपनी तैयारियों में जुटे हैं। यह हाल तब है। जब 14 नवंबर को विधि विधान के साथ मेले का शुभारंभ होगा और 19 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा का मुख्य स्नान है।

मेले में सरकारी सेक्टर पूरी तरह से सजे हुए नजर आ रहे हैं। लेकिन, जहां पर श्रद्धालुओं का बसेरा होता है। वहां पर न तो अभी फसल कटी हैं और न ही सड़कें बनी हैं। इससे काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मेला प्रशासन को इस तरफ ध्यान देना चाहिए।

रामवीर सिंह, श्रद्धालु।

जहां पर हजारों की तादाद में श्रद्धालु डेरे लगाकर रहते हैं। वहां पर अभी तक प्रकाश की कोई व्यवस्था नहीं है। रोशनी के नाम पर एक बल्ब भी नहीं लगा है। सिर्फ मुख्य सदर चौक के आसपास में लाइट लगी है। मेले की सुविधा संतोषजनक नहीं हैं।

सरजीत सिंह, श्रद्धालु।

माना कि गंगा कटान कर रही है। लेकिन, प्रशासन को कटान रोकने के लिए पहले से कोई इंतजाम करने चाहिए थे। ताकि मेले के दौरान श्रद्धालुओं को पर्याप्त मात्रा में स्नान घाट बनाए जा सके। अब श्रद्धालु स्वयं स्नान घाट बना रहे हैं।

अरूण कुमार, श्रद्धालु।

मेले में जो शौचालय बने हैं। उनकी गुणवत्ता भी बेहतर नहीं है। स्नान घाट नहीं हैं। डेरा लगाने के लिए जमीन खाली नहीं हैं। कटान वाले क्षेत्र में सुरक्षा के लिए कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं। श्रद्धालुओं के आगमन से पहले प्रशासन को यह सबकुछ पूरे करने चाहिए थे।

नितिन कुमार, श्रद्धालु।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.