डेंगू के लक्षण वाले को जरा सी लापरवाही पड़ सकती भारी, आइये जानते हैं डेंगू के लक्षण और इससे बचाव के उपाय
Dengue in UP डेगू अक्सर साफ पानी में अंडे देता है।जिससे यह मच्छरों में तब्दील होकर दिन में ही व्यक्ति को काटता है। मरीज को शुरूआत में तेज सिर दर्द होता है।बुखार ठंड लगना थकान भूख में कमी उल्टी और घबराहट मसूड़ों में खून आने की शिकायत होती है।
मुरादाबाद, जेएनएन। Dengue in UP : डेगू अक्सर साफ पानी में अंडे देता है। जिससे यह मच्छरों में तब्दील होकर दिन में ही व्यक्ति को काटता है। मरीज को शुरूआत में तेज सिर दर्द होता है। इसके बाद बुखार, ठंड लगना, थकान, भूख में कमी, उल्टी और घबराहट, मसूड़ों में खून आने की शिकायत होती है। मरीज के शरीर की प्लेटलेट्स भी घटती जाती है। लापरवाही पर मरीज की मौत हो जाती है। लिहाजा लक्षण दिखाई देने पर मरीज को तुरंत विशेषज्ञ चिकित्सक के पास ले जाकर उपचार कराना चाहिए। डीएसओ ने स्वजन व अन्य लोगों की सुरक्षा के लिए मरीज को मच्छरदानी में रखने की सलाह दी है।
अमरोहा के जिला सर्विलांस अधिकारी डा. सत्यपाल सिंह के अनुसार लोगों को लगता है कि डेंगू मच्छर ऐसी जगह पर ही पनपता है, जहां पर गंदा पानी जमा हो, मगर यह उनकी गलतफहमी है। डेंगू फैलाने वाले मच्छर गमलों, कूलर, ड्रम या अन्य किसी जगह पर जमा साफ पानी में ही अंडे देता है। जिसमें वह कुछ दिन में मच्छर में बदल जाते हैं और दिन में ही व्यक्ति को काटते हैं। बताया स्वास्थ्य विभाग डेंगू से बचाव के परे प्रयास कर रहा है। संक्रमित जगहों पर मच्छारों का लार्वा खत्म करने के लिए फॉगिंग, दवा का छिड़काव कराया जा रहा है।
तालाबों में गंबूजियां मछलियां छोड़ी गई हैं। बावजूद इसके डेंगू के केस कम नहीं हो रहे हैं। उन्होंने कहा डेंगू को काबू करने के लिए आमजन के सहयोग की जरूरत हैं। वह अपने बर्तनों, कूलरों, गमलों में पानी को एकत्र न होने दे। अगर किसी व्यक्ति में डेंगू के लक्षण दिखते हैं तो तुरंत विशेषज्ञ चिकित्सक को देखाकर इलाज कराएं। डेंगू मरीज के सामान्य मच्छर के काटने पर अन्य स्वजन को भी डेंगू हो सकता है। लिहाजा मरीज को मच्दरदारी में ही रखें। बुखार आते ही पेरासिटामोल दवाई उपयोग करें। अगर फिर भी सुधार न दिखाई दे तो जिला अस्पताल ले जाकर मरीज की एलाइजा जांच कराएं।
डेंगू से बचाव को करें ये उपाय
-अपने घर में और आसपास कूलर, एसी, गमलों और टायर आदि में पानी जमा न होने दें।
- पानी की टोटियों को खुला नहीं छोड़े।
- खिड़की और दरवाजों में जाली लगवाएं।
- दिन में दो बार घर के सभी कोनों में काले हिट का छिड़काव करें।
- सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें।
- पूरी आस्तीन के कपडे पहनें।
-अगर लगातार बुखार आने व डेंगू के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।