देवोत्थान : इस बार दो ही दिन गूंजेगी शहनाई, फिर जनवरी में शुभ लग्न
मुरादाबाद: गुरु तारा पश्चिम दिशा में अस्त हो गया है, अब यह तारा 9 दिसंबर को ही उदय होगा।
मुरादाबाद: गुरु तारा पश्चिम दिशा में अस्त हो गया है, अब यह तारा 9 दिसंबर को ही उदय होगा। जिस कारण मंगल घड़ियों पर भी ब्रेक लग गया है। ज्योतिषाचार्यो का कहना है कि गुरु तारा डूबने के कारण इस दौरान कोई भी लग्न या मंगल काम नहीं किया जा सकता। इसके अलावा अगले महीने दिसंबर में भी सिर्फ दो दिन की ही लग्न है। आचार्यो के मुताबिक 11 और 13 दिसंबर को ही लग्न के मुहूर्त बन रहे हैं, इसके बाद मलमास आरंभ हो जाएगा, जिससे 15 जनवरी तक मंगल कार्य वर्जित हो जाएंगे। शुक्र को देखकर होता है शुभ कार्य पंडित हेमंत भट्ट ने बताया कि कोई भी लग्न या शुभ कार्य गुरु या शुक्र को देख कर ही किया जाता है। इसके बाद गुरु तारा 14 नवंबर को पश्चिम दिशा में डूब गया है। इस वजह से सभी मंगल काम करना भी वर्जित हो गया है। उन्होंने बताया कि 9 दिसंबर को गुरु के उदय होने के बाद भी सिर्फ दो दिन के ही लगन के आसार बन रहे हैं। मकर सक्रांति के बाद मंगल ही मंगल पंडित सतीश खंडूरी ने बताया कि इस साल शुभ मुहूर्त की संख्या काफी कम है। 11 और 13 दिसंबर को लग्न का मुहूर्त है भी तो इसके बाद प्रारंभ हो रहे मलमास के महीने के कारण एक महीने के लिए फिर से शुभ कार्य प्रतिबंधित हो जाएंगे। इसके बाद सीधे मकर सक्रांति के बाद लग्नों का सीजन शुरू होगा। एकादशी पर खूब बजी शहनाई भले ही गुरु डूबा चल रहा हो और दिसंबर में सिर्फ दो दिन ही शुभ मुहूर्त हों, लेकिन देवोत्थान एकादशी के कारण सोमवार को शहर में खूब शहनाई बजी। ज्योतिषाचार्यो का कहना है कि देव पर्व होने के कारण इस दिन हल्के शुभ मुहूर्त पड़ते हैं, हालांकि इस बार लग्न कम हैं, ऐसे में हल्के लगन में ब्याह होने के कारण शहर में लग्न सोमवार को ज्यादा हुए।
बाजार भी तैयार दिसंबर में सिर्फ दो दिन शुभ होने के कारण कारोबारियों को कुछ ज्यादा उम्मीद है। कारोबारियों का मत है कि इस साल शादी रचाने की चाह रखने वाले दिसंबर के दो दिन में पड़ रहे शुभ मुहूर्त का मौका नहीं छोड़ना चाहेंगे। ऐसे में खरीदारी भी जमकर होने की उम्मीद है। इसलिए सराफा बाजार से लेकर कपड़े, तोहफों के बाजार भी लग्न के लिए तैयार हो गए हैं।