पेट संबंधी बीमारियोंं को दूर करेगा यह तरीका, पवनमुक्त आसन के फायदे जान रह जाएंगे हैरान
Benefits of Pavanmukt posture सर्दी में कोरोना संक्रमण बढ़ने के साथ स्वास्थ्य की देखभाल करना भी बेहद जरूरी हो गया है। ऐसे में नियमित योग के माध्यम से खुद को फिट रखा जा सकता है। पवनमुक्त आसन से पेट संबंधी बीमारियां दूर रहती हैं।
मुरादाबाद, जेएनएन। Benefits of Pavanmukt posture। ज्यादातर बीमारियां पेट के खराब होने की वजह से होती हैं। योग को दिनचर्या में शामिल कर लिया जाए तो सेहत भी ठीक रहेगी और आप बीमारियों से भी दूर रहेंगे।
योग प्रशिक्षक डॉ. महजबीं परवीन बताती हैं कि हल्के किंतु प्रभावशाली ढंग से पवनमुक्त आसन क्लोम को तथा पेट के दूसरे हिस्सों को सक्रिय करता है। ये वायु-विकार को दूर करता है। यह आसन वायु विकार, अम्लता तथा पेट में गैस बनने की शिकायत करने वाले लोगों को तत्काल लाभ पहुंचाता है। कूल्हे के जोड़ों को शिथिल करके ये पेट की सभी मांसपेशियों और आंतों को सक्रिय करता है। यह कब्ज को दूर करता है। इसके लिए प्रतिदिन छह से आठ बार यह आसन करें। प्रत्येक घुटने से तीन या चार बार बारी-बारी से करें।
यह है करने का तरीका
इस आसन को करने से पहले जमीन पर खड़े हो जाएं। दोनों हाथों को लटकने दें। सामने की ओर देखें। एक घुटने को सीने की ओर उठाए। उसी ओर के हाथ को टखने पर रखकर दूसरे हाथ को घुटने पर रखें। टखने को बिना खींचे घुटने को सीने की ओर खीचें। दूसरे पैर पर बिलकुल सीधा मजबूती के साथ खड़े रहें। इस अवस्था में छह से आठ सेकेंड तक रहकर घुटने को छोड़ दें। जिससे पैर जमीन पर चला जाए। छह सेकेंड तक विश्राम लेने के बाद दूसरे पैर से भी यही क्रिया करें। आपकी ये आदत नियमित दिनचर्या में शामिल होगी तो आप गैस के विकार से दूर रहेंगे।