Move to Jagran APP

लाकडाउन में गरीब व भिखारियों की भूख मिटाने मुरादाबाद की ये फाउंडेशन कर रही काम, जरूरतमंदाे काे बांट रही भाेजन

रेलवे स्टेशन मंदिरों व सड़कों पर घूमने वाले भिखारी व गरीबों को इस लाकडाउन में भोजन मिलना भी मिलना बंद हो गया। पिछले साल की तरह अबकी बार भी लाकडाउन में गरीबों का निवाला भी मिलना बंद हो गया है।

By Ravi MishraEdited By: Published: Mon, 03 May 2021 04:58 PM (IST)Updated: Mon, 03 May 2021 04:58 PM (IST)
लाकडाउन में गरीब व भिखारियों की भूख मिटाने मुरादाबाद की ये फाउंडेशन कर रही काम, जरूरतमंदाे काे बांट रही भाेजन
लाकडाउन में गरीब व भिखारियों की भूख मिटाने मुरादाबाद की ये फाउंडेशन कर रही काम, जरूरतमंदाे काे बांट रही भाेजन

मुरादाबाद, जेएनएन। : रेलवे स्टेशन, मंदिरों व सड़कों पर घूमने वाले भिखारी व गरीबों को इस लाकडाउन में भोजन मिलना भी मिलना बंद हो गया। पिछले साल की तरह अबकी बार भी लाकडाउन में गरीबों का निवाला भी मिलना बंद हो गया है। रेलवे स्टेशन के सामने रेस्टोरेंट व ढाबे के सहारे रोजाना इनके पेट की आग बुझती थी लेकिन लाकडाउन में यह भी बंद होने से अब टकटकी लगाए बैठे रहते हैं कि कोई आर भोजन दे जाए।

loksabha election banner

गरीबों व भिखारियों की समस्या को समझा श्रीजी फाउंडेशन ट्रस्ट ने। तीन दिन से इस फाउंडेशन से जुड़े सदस्य गरीबों व भिखारियों को भोजन बांट रहे हैं। रेलवे स्टेशन, मंदिरों व सड़कों पर घूमने वाले भिखारी व गरीबों के लिए मानसरोवर कालोनी साईं अस्पताल के पास भोजन तैयार करते हैं। फिर वाहन में भोजन रखकर बांटने निकलते हैं। तीन दिन से रोजाना 300 से 350 गरीबों व भिखारियों को भोजन बांट रहे हैं।

रेलवे स्टेशन, लाइनपार स्थित माता मंदिर, मनोकामना मंदिर, कपूर कंपनी, इंपीरियल तिराहा समेत हाइवे पर बैठे भिखारी भोजन देखते ही टूट पड़ते हैं। अबकी बार पूर्ण रूप से लाकडाउन नहीं लगा है और न जी पहले की तरह प्रवासी गुजर रहे हैं, जिससे भोजन बांटने वाली संस्थाएं भी कम ही हैं लेकिन, श्रीजी फाउंडेशन ट्रस्ट ने इस समस्या को समझा है। नीरज, विवेक गंगवार, राहुल, राम, शुभम गुप्ता, अनुभव बंसल, इंद्र खन्ना, नक्षत्र, राज, सागर, पवन का सहयोग मिल रहा है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.