उत्तर प्रदेश के इस शहर को पांच साल में मिल जाएगी कचरे से मुक्ति, जानें कैसे होगा ये सब
How to get rid of Garbage स्वच्छ भारत मिशन के तहत पांच साल के अंदर उत्तर प्रदेश का अमरोहा शहर कचरा मुक्त होगा।शहर के कचरे को निस्तारित करने के लिए मुहल्ला समितियां गठित की जाएंगी। यह समितियां घर-घर से कूड़ा कलेक्शन कर एक प्लांट तक पहुंचाएंगी।
मुरादाबाद, जेएनएन। How to get rid of Garbage : स्वच्छ भारत मिशन के तहत पांच साल के अंदर उत्तर प्रदेश का अमरोहा शहर कचरा मुक्त होगा।शहर के कचरे को निस्तारित करने के लिए मुहल्ला समितियां गठित की जाएंगी। यह समितियां घर-घर से कूड़ा कलेक्शन कर एक प्लांट तक पहुंचाएंगी। जहां सूखा-गीला कूडे़ काे अलग कर प्रोसेसिंग प्लांट तक पहुंचाया जाएगा। यहां कचरे से खाद बनाई जाएगी। केंद्र और राज्य सरकार के त्रिपक्षीय समझौते पर पालिका ईओ ने अपने हस्ताक्षर कर दिए हैं।
सरकारी रिकार्ड के अनुसार शहर से रोजाना लगभग 72 मीट्रिक टन कूड़ा-कचरा निकलता है। कोई प्रोसेसिंग प्लांट नहीं होने के कारण पालिका यह कूड़ा अकबर पुर पट्टी व धनौरा रोड पर बने गड्ढों में डंप करती है। हालांकि प्रोसेसिंग प्लांट लगवाने के लिए तीन साल पहले शासन से धनराशि जारी हो चुकी थी, लेकिन भूमि नहीं मिलने से अभी तक वह बन नहीं सका है। अब केंद्र और राज्य सरकार ने फ्लैगशिप मिशन स्वच्छ भारत के तहत अमरोहा नगर को पांच साल के अंदर कचरा मुक्त कराने का निर्णय लिया है। जिसमें नगर निकाय के ईओ, नगर निगम के नगरायुक्त के साथ त्रिपक्षीय समझौता कर संयुक्त हस्ताक्षर किए हैं। ईओ ब्रजेश कुमार ने बताया कि शहर को कचरा मुक्त करने के लिए मुहल्ला समितियां बनाई जाएंगी। जिसमें वह घर-घर कूड़ा एकत्र कर पालिका के वाहनों से एक प्लांट में डालेंगी।
लोगों को करना होगा जागरूक : ईओ ने बताया कि पांच साल के अंदर शहर को कचरा मुक्त करने के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा। जिसमें उन्हें अलग-अलग डस्टबिन में सूखा-गीला कूड़ा करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
प्लांट से बढ़ेगी पालिका की आमदनी : कूड़ा निस्तारण के लिए 30-32 बीघा भूमि में प्रोसेसिंग प्लांट लगवाया जाएगा। जिसमें पूरे शहर का कूड़ा एकत्र कर खाद बनाई जाएगी। इससे पालिका की आमदनी भी बढ़ेगी। इसके निर्माण के लिए शासन से 2.72 करोड़ रुपये की धनराशि मिल चुकी है। भूमि की तलाश जारी है। टेंडर भी निकलवा दिया है।