सड़कों पर दौड़ने वाले ये वाहन हैं खतरनाक, चलिए संभलकर
परिवहन विभाग ने वाहन मालिकों को भेजा नोटिस। प्रत्येक माह औसत साढ़े नौ सौ वाहनों का होता है फिटनेस। वाहनों के फिटनेस की जांच आरसी के नवीनीकरण यानी 15 साल बाद होती है। जिले के 536 वाहन मालिकों ने लंबे समय से फिटनेस नहीं कराया है।
मुरादाबाद, जेएनएन। सड़कों पर बिना रोक-टोक के अनफिट वाहनों का संचालन हो रहा है। परिवहन विभाग भी ऐसे 563 वाहन मालिकों को नोटिस भेज कर शांत हो गया है। इससे दुर्घटनाएं होने की संभावना बढ़ती जा रहींं हैं।
जिले में वाणिज्य वाहनों की संख्या 12,063 है। इसमें बड़े बसों व ट्रकों की संख्या 23 सौ है। टैक्सी की संख्या 98 है। छोटे ट्रक, टेंपो और ऑटो रिक्शा की संख्या सबसे अधिक है। इन वाहनों का प्रत्येक साल परिवहन विभाग के तकनीकी अधिकारी से फिटनेस टेस्ट कराना पड़ता है। जबकि ई-रिक्शा वाणिज्यिक वाहन हैंं, इससे प्रदूषण नहीं होता है और यह तेज नहीं चलता है, इसलिए फिटनेस कराने की आवश्यकता नहीं होती है। निजी प्रयोग वाले वाहन मोटरसाइकिल, कार, जीप का प्रत्येक साल फिटनेट नहीं किया जाता है। इन वाहनों के फिटनेस की जांच आरसी के नवीनीकरण यानी 15 साल बाद होती है। जिले में प्रत्येक माह औसत साढ़े नौ सौ वाहन फिटनेस कराने परिवहन विभाग पहुंचते हैं। जिले के 536 वाहन मालिकों ने लंबे समय से फिटनेस नहीं कराया है। इसमें कुछ बस और ट्रक भी हैं। काफी संख्या में ऑटो रिक्शा भी हैं, जिनकी फिटनेस नहीं हुई है। परिवहन विभाग ने इस वाहन मालिकों को नोटिस भेजा है और फिटनेस कराने का आदेश दिया है। पिछले दिनों दलपतपुर के पास बिहार जा रही है बस दलपतपुर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। परिवहन विभाग की जांच में यह बात सामने आई कि बस की फिटनेस नहीं कराई गई थी। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी छवि सिंह ने बताया कि 536 वाहन मालिकों को नोटिस भेजा है और शीघ्र ही फिटनेस कराने का आदेश दिया है।