इन साहब ने सत्रह साल में दुनिया कर ली मुटठी में, फहराया भारतीय परचम
भारतीय हस्तकला को दुनिया के सामने रखने के मामले में सीएल गुप्ता एक्सपोर्ट फर्म ने अपनी अलग पहचान बनाई है। दुनिया के 12 देश में यहां निर्मित हस्तकला के उत्पाद निर्यात किए जा रहे हैं। इस उपलब्धि पर प्रदेश सरकार द्वारा फर्म के महाप्रबंधक अजय कुमार जौहरी को राज्य निर्यात पुरस्कार दिया गया।
मुरादाबाद (जेएनएन)। भारतीय हस्तकला को दुनिया के सामने रखने के मामले में सीएल गुप्ता एक्सपोर्ट फर्म ने अपनी अलग पहचान बनाई है। दुनिया के 12 देश में यहां निर्मित हस्तकला के उत्पाद निर्यात किए जा रहे हैं। इस उपलब्धि पर प्रदेश सरकार द्वारा फर्म के महाप्रबंधक अजय कुमार जौहरी को राज्य निर्यात पुरस्कार दिया गया।
विदेश में फहराया भारतीय हस्तकला का परचम
जिले में जोया-मुरादाबाद के बीच हाईवे पर गांव जिवाई के पास सीएल गुप्ता एक्सपोर्ट फर्म है। वर्ष 2011 में इस फर्म की स्थापना की गई। यहां पर शुरुआती दौर में मात्र 165 कर्मचारी थे। यह कर्मचारी लकड़ी के उत्पाद तैयार करते थे। उसके बाद फर्म ने गति पकड़ी और भारतीय हस्तशिल्प को बढ़ावा देने के लिए कदम बढ़ाया। यहां पर अब धातु, लकड़ी, शीशा व संगमरमर से निर्मित सामान तैयार किया जा रहा है। भारतीय हस्तशिल्प के सांचे में ढले यह आइटम अब देश ही नहीं बल्कि दुनियाभर में अपनी धाक जमा रहे हैं। अमेरिका, इंग्लैंड, जर्मनी, आस्ट्रेलिया, दुबई, जापान, रूस समेत 12 देश में यहां बना सामान निर्यात किया जा रहा है।
सीएल गुप्ता एक्सपोर्ट को मिला राज्य निर्यात पुरस्कार
वर्तमान में इस फर्म में छह हजार लोग काम कर रहे हैं। यानी लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के मामले में भी फर्म अग्रणी है। इस उपलब्धि पर प्रदेश सरकार ने शुक्रवार को फर्म को राज्य निर्यात पुरस्कार से सम्मानित किया है। महाप्रबंधक अजय कुमार जौहरी बताते हैं कि फर्म के लिए यह बड़ी उपलब्धि है। हमारा उद्देश्य स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना और भारतीय हस्तकला को दुनियाभर में पहचान दिलाना है।