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व‍िधानसभा चुनाव से पहले सामने आया अमरोहा के कांग्रेस नेता का सच, पढ़ें क्‍या है पूरा मामला

बगैर बैनामे के नोटिस मिला तो उन्होंने मौके पर जाकर प्लाट के अभिलेखों की जांच कराई। वह प्लाट सचिन चौधरी व अमित चौधरी द्वारा शाश्वत गोयल निवासी गाजियाबाद को बेचा जा चुका है। कोर्ट के आदेश पर मामले में आरोप‍ितों पर मुकदमा दर्ज क‍िया गया है।

By Narendra KumarEdited By: Published: Sun, 05 Dec 2021 03:53 PM (IST)Updated: Sun, 05 Dec 2021 03:53 PM (IST)
व‍िधानसभा चुनाव से पहले सामने आया अमरोहा के कांग्रेस नेता का सच, पढ़ें क्‍या है पूरा मामला
प्लाट बेचने के नाम पर रिटायर्ड चिकित्सक से लिए थे नौ लाख 70 हजार रुपये।

मुरादाबाद, जागरण संवाददाता।  व‍िधानसभा चुनाव से पहले अमरोहा के एक कांग्रेस नेता का सच सामने आने पर स‍ियासी गल‍ियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। दरअल प्लाट बेचने के नाम पर धोखाधड़ी करने के आरोप में कांग्रेस प्रदेश महासचिव सचिन चौधरी व उनकी फर्म के प्रबंधक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। अदालत के आदेश पर यह कार्रवाई हुई है।

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अमरोहा नगर कोतवाली क्षेत्र की आवास विकास कालोनी में सेवानिवृत्त चिकित्सक डा. नरेंद्र सिंह का परिवार रहता है। उनका आरोप है कि जुलाई 2018 में प्रचार प्रसार के माध्यम से उन्हें पता चला कि गजरौला में अराध्यम इंफ्रा बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड फर्म द्वारा गजरौला में आवासीय कालोनी तैयार की जा रही है। जिसके स्वामी सचिन चौधरी निवासी मानसरोवर कालोनी मुरादाबाद व प्रबंधक अमित चौधरी निवासी गांव भीखनपुर थाना छजलैट जनपद मुरादाबाद हैं। डा. नरेंद्र ने दोनों से संपर्क कर प्लाट खरीदने की इच्छा जताई। दोनों लोग डा. नरेंद्र को अपने साथ गजरौला ले गए तथा वहां प्लाट दिखाया। ब्लाक-8 में 98 वर्ग मीटर का प्लाट जिसकी कीमत 10 लाख 55 हजार रुपये थी, यह पसंद आया। लिहाजा उन्होंने सचिन चौधरी व अमित चौधरी को 20 जुलाई 2018 को चार लाख 72 हजार 500 रुपये का चेक दे दिया। उसके बाद 21 सितंबर 2018 को चार लाख 98 हजार रुपये का चेक दिया। इतनी रकम देने के बाद जब बैनामे के लिए कहा तो वह टालने लगे। बाद में अगस्त 2021 में बैनामा कराने का आश्वासन दिया। इस दौरान अराध्यम फर्म द्वारा डा. नरेंद्र को एक नोटिस भेजा गया। जिसमे एक लाख 22 हजार रुपये बकाया का भुगतान करने को कहा गया। बगैर बैनामे के नोटिस मिला तो उन्होंने मौके पर जाकर प्लाट के अभिलेखों की जांच कराई। वह प्लाट सचिन चौधरी व अमित चौधरी द्वारा शाश्वत गोयल निवासी गाजियाबाद को बेचा जा चुका है। आरोप है कि डाॅ. नरेंद्र ने उनसे पैसे मांगे तो धमकी दी गई। पीड़ित ने कोतवाली में तहरीर दी, लेकिन रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई। अब अदालत के आदेश पर इस मामले में नगर कोतवाली पुलिस ने कांग्रेस प्रदेश महासचिव सचिन चौधरी व अमित चौधरी के खिलाफ धोखाधड़ी व जान से मारने की धमकी देने के आरोप में रिपोर्ट दर्ज कर ली है। एसएसआइ जितेंद्र कुमार ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है।


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