नए सांसद ने अदा की नमाज, अल्लाह से मांगी आवाम की समस्याएं हल कराने की दुआ
पवित्र रमजान माह के तीसरे जुमे को मुरादाबाद के नवनिर्वाचित सांसद डॉ. एसटी हसन जामा मस्जिद पहुंचे और जुमे की नमाज अदा की।
मुरादाबाद, जेएनएन। पवित्र रमजान माह के तीसरे जुमे को मुरादाबाद के नवनिर्वाचित सांसद डॉ. एसटी हसन जामा मस्जिद पहुंचे और जुमे की नमाज अदा की। इस दौरान, सांसद आमजन के बीच ही हमेशा की तरह रहे और नमाज अदा की। इस दौरान, मुल्क और कौम की दुआ हुई। उन्होंने भी सजदा किया। उन्होंने अल्लाह से क्या मांगा, यह तो नहीं मालूम लेकिन हमेशा आम आदमी के दुख दर्द में काम आने वाले और बेसहारा लोगों के लिए 24 घंटे तत्पर रहने वाले डॉ. हसन ने लगता है कि अल्लाह से दुआ मांगी कि आवाम की समस्याएं हल कर सकूं। कमजोर, असहाय के काम आ सकूं। नमाज के बाद सांसद डॉ. हसन लोगों से मिले भी और जीत की बधाइयां भी कबूल की।
मंडी समिति से घर तक रहा था देर रात तक जश्न
दस साल बाद मुरादाबाद लोकसभा सीट से सपा के सिंबल पर सांसद चुने जाने के बाद डॉ. एसटी हसन देर रात घर पहुंचे तो उनके समर्थकों की खुशियां सातवें आसमान पर थीं। उन्होंने खूब जश्न मनाया। परिवार की महिलाओं ने छत से उनके ऊपर फूल बरसाए। कार्यकर्ताओं ने पटाखे छोड़कर सड़क पर डांस किया।
गुरुवार रात करीब साढ़े आठ बजे डीएम राकेश कुमार ने डॉ. एसटी हसन को जीत का प्रमाण पत्र दिया। इससे पहले उन्होंने मतगणना स्थल पर ही रोजा खोला और मगरिब की नमाज अदा की। मुगलपुरा पुलिस उन्हें घर तक छोडऩे गई तो रास्ते में जीआइसी चौराहे पर ही वह कार से उतर गए। यहां से कार्यकर्ताओं के साथ नवनिर्वाचित सांसद पैदल ही घर तक पहुंचे। उनके घर के सामने कार्यकर्ताओं ने पटाखे छोड़कर जश्न मनाया। यहां कार्यकर्ताओं ने सड़क पर डांस भी किया।
बेदाग छवि और सीधा स्वभान बना जीत का आधार
बेदाग छवि सस्ता इलाज और सीधा स्वभाव गठबंधन प्रत्याशी डॉ. एसटी हसन की जीत का आधार बन गया।
2014 में चुनाव हारने के बाद एसटी हसन खुद को लोकसभा चुनाव में मुरादाबाद सीट से अपनी दावेदारी तो पेश कर रहे थे, लेकिन पार्टी ने टिकट नासिर कुरैशी को दे दिया था। रामपुर के कद्दावर नेता की सिफारिश पर किसी तरह चुनाव से एक महीना पहले डॉक्टर एसटी हसन को टिकट मिला। इसके बाद कार्यकर्ताओं से लेकर नेताओं तक की शिकायत रही कि डॉक्टर साहब खर्च नहीं कर रहे। यह बात पार्टी हाईकमान तक पहुंची। सपा मुखिया से बात होने के बाद डॉक्टर एसटी हसन ने चुनाव की कमान को ठीक से संभालने के लिए टीम बना दी। 2006 से 2012 तक मेयर रहने के दौरान उन पर कोई दाग नहीं लगा था। चुनाव प्रचार के दौरान यह बात कार्यकर्ताओं ने वोटरों तक पहुंचाई। डॉक्टर एसटी हसन सर्जन हैं। वह वोटरों के बीच जहां भी गए बड़ी शालीनता के साथ अपनी बात रखी। ग्रामीण इलाकों में उन्होंने बड़ी शालीनता के साथ वोट मांगे। शहर के नेताओं में उनकी स्व'छ छवि और सीधे स्वभाव के लिए पहचान है। डॉक्टरों की बात की जाए तो उनके नर्सिंग होम में मामूली फीस पर लोगों का इलाज होता है। गरीबों के लिए फीस देना भी बाध्य नहीं है। डॉ. एसटी हसन की यही छवि उनकी जीत का आधार बन गई।
पुलवामा हमले की उच्चस्तरीय जांच हो: डॉ.एसटी हसन
गठबंधन प्रत्याशी डॉ.एसटी हसन ने मतगणना स्थल में जीत की घोषणा से पहले ही पुलवामा हमले का जिक्र करते हुए उच्चस्तरीय जांच की मांग कर डाली। उन्होंने कहा इस हमले में साजिश की बू है। देश के अंदर इतनी बड़ी घटना होती है और हमारे 40 जवान शहीद हो जाते हैं। इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारी जीत गंगा-जमुनी तहजीब की जीत है। सभी वर्गों ने गठबंधन के पक्ष में वोट किया है। अगले पांच सालों में विकास को वरीयता दी जाएगी। जो वादे जनता से किए थे। उनको पूरा किया जाएगा। समाज के सभी वर्ग के हितों का ध्यान रखते हुए सामाजिक सद्भाव को बिगाडऩे वाली ताकतों को मात दी जाएगी। जनता ने जो विश्वास मुझ पर जताया है। उनकी उम्मीदों को निराश नहीं होने दूंगा। लोकसभा चुनाव में गठबंधन के प्रत्याशी डॉ.एसटी हसन ने 97,878 मतों से भाजपा प्रत्याशी सर्वेश सिंह को पराजित किया।
19 चरणों में जीत के साथ डॉ. हसन ने बनाई अजेय बढ़त
लोकसभा चुनाव के नतीजों में भाजपा और गठबंधन के प्रत्याशी के बीच कड़ी टक्कर देखने को जरूर मिली लेकिन गठबंधन प्रत्याशी को हर चरण में बढ़त मिली। जितनी बढ़त गठबंधन प्र्रत्याशी डा. एसटी हसन ने शुरुआत में बनाई, फिर उसे अंत तक भाजपा छूने में भी कामयाब नहीं हो सकी। प्रथम चरण की मतगणना में भाजपा प्रत्याशी को 17642 मत प्राप्त हुए, जबकि गठबंधन प्रत्याशी 21575 मतों के साथ ही प्रथम चरण में &9&& मतों की बढ़त के साथ आगे बढ़ते रहे। तीसरे चक्र में भाजपा प्रत्याशी ने 2&906 मतों के साथ मात्र 2&& मतों की बढ़त प्राप्त की। इस बढ़त के बाद नौ चरणों में भाजपा प्रत्याशी को कोई बढ़त नहीं हासिल हुई,जबकि गठबंधन प्रत्याशी 50 हजार बढ़त लेकर आगे ही बढ़ रहे थे। 14 चक्र में एक मौका ऐसा आया, जब दोनों प्रत्याशियों को एक समान 20,529 मत मिले। इस दौरान ऐसा लगा कि अब मामला बराबरी पर आ सकता है, लेकिन इसके बाद अगले तीन चरणों में मामूली बढ़त के साथ भाजपा ने जीत हासिल की, लेकिन बढ़त नहीं बना पाई। &5 चक्र की मतगणना में 19 बार सपा ने भाजपा पर जीत हासिल की, जबकि 15 चक्र में भाजपा ने मामूली जीत के साथ बढ़त बनाई।
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कांग्रेस प्रत्याशी को सभी बूथ में मिले वोट
भाजपा और गठबंधन के प्रत्याशी के बीच शुरुआत से कड़ी टक्कर होने की संभावना जताई गई थी, लेकिन इस चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी को लेकर कोई बहुत ज्यादा गंभीर नहीं था। जब मतगणना शुरू हुई तो कांग्रेस प्रत्याशी को सभी विधानसभा के बूथों में वोट हासिल किए। इस चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी इमरान प्रतापगढ़ी 59198 मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहे, जबकि भाजपा प्रत्याशी सर्वेश सिंह को 5515&8 और गठबंधन के विजेता प्रत्याशी डॉ.एसटी हसन को 649416 मत मिले।
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प्रत्याशियों को मिले मत की संख्या
प्रत्याशी पार्टी मत संख्या
मु.इमरान कांग्रेस 59198
सर्वेश कुमार भाजपा 5515&8
डा.एसटी हसन गठबंधन 649416
मु.असलम जनशक्ति दल 4594
तेज सिंह सैनी समानता दल 762
दिलेराम हरित पार्टी 1886
नादिर अली पीस पार्टी 1051
भीष्मजीत फौजी जनता पार्टी 564
रूपचंद सिंह बहुजन समता पार्टी 948
अकील निर्दलीय 890
नरेश कुमार सैनी निर्दलीय 912
प्रिंस कुमार शर्मा निर्दलीय 227&
मुर्सरत हुसैन निर्दलीय 2417
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कुल पड़े मतों की संख्या--1282206
कुल वैध मतों की संख्या-1276449
निरस्त मतों की संख्या-59
नोटा मतों की संख्या-5757
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