प्रशिक्षण में अनुपस्थित नए दारोगाओं को मिलेगा लॉकडाउन का लाभ,सेंटर पर दर्ज करानी होगी आमद Moradabad News
90 दिनों में ट्रेनिंग सेंटर पर दर्ज करानी होगी आमद । बदले हालात में मिल सकती है राहत शासन से मिलेगी अनुमति। दारोगाओं के लिए यह बड़ी राहत मानी जा रही है।
मुरादाबाद,जेएनएन। कोरोना काल में प्रशिक्षण केंद्रों तक पहुंचने से वंचित रहे वर्ष 2016 बैच के प्रशिक्षु दारोगा के लिए राहत भरी खबर है। लॉकडाउन में आमद दर्ज नहीं कराने वाले प्रशिक्षु दारोगा अब अपने बैच से पीछे नहीं होंगे। इसका लाभ उनको मिल सकता है। इसके लिए शासन की अनुमति का इंतजार है।
उच्च न्यायालय के निर्देश पर उत्तर प्रदेश पुलिस प्रशिक्षण निदेशालय ने फरवरी माह में वर्ष 2016 बैच के 588 दारोगा का प्रशिक्षण शुरू कराने की कार्ययोजना बनाई। इसके तहत मुरादाबाद पुलिस प्रशिक्षण स्कूल को 243, पुलिस ट्रेनिंग कालेज मुरादाबाद को 112, सीतापुर पीटीसी को 49, उन्नाव पीटीएस को 193 प्रशिक्षु दारोगा आवंटित हुए। सभी को 16 मार्च से 15 अप्रैल के बीच प्रशिक्षण केंद्रों पर आमद दर्ज कराने के आदेश हुए। इस बीच 24 मार्च को पूरे देश में एक साथ लॉकडाउन लागू हुआ। कोरोना संक्रमण काल में लाकडाउन का असर दारोगा प्रशिक्षण पर भी पड़ा। फलस्वरूप मुरादाबाद पीटीएस में 107, पीटीसी में 49, सीतापुर पीटीसी में 13 व उन्नाव पीटीएस के 76 प्रशिक्षु दारोगा तय समय में अपनी आमद प्रशिक्षण केंद्रों पर दर्ज नहीं करा पाए। तय अवधि में प्रशिक्षण केंद्रों पर आमद दर्ज न करा पाने के कारण प्रशिक्षु दारोगा के सिर पर अपने ही बैच के दारोगा से जूनियर होने का खतरा मंडराने लगा।
क्या कहता है नियम
प्रशिक्षु उपनिरीक्षक का 90 दिन के भीतर प्रशिक्षण केंद्र पर पहुंचना जरूरी है। नहीं तो बैच पीछे हो जाता है। अपने ही साथियों से जूनियर होने का खतरा होता है। रही बात लॉकडाउन अवधि की तो यह महामारी काल है। 90 दिन की अवधि अभी पूरी भी नहीं है। जो दारोगा आगे अपनी आमद प्रशिक्षण केंद्रों में कराएंगे, उनके संदर्भ में प्रशिक्षण मुख्यालय से मिले दिशा निर्देशों के तहत कार्रवाई होगी।
-राजीव कृष्ण, निदेशक/ एडीजी डा. भीमराव आंबेडकर पुलिस अकादमी, मुरादाबाद