मुरादाबाद में जो मकान की किस्त नहीं जमा कर पाए हैं उन्हें एमडीए ने दी सहूलियत, ब्याज की धनराशि कम की
मुरादाबाद में जिन लोगों के मकान की किस्तें काफी बकाया हो गई हैं उन्हें एमडीए ने सहूलियत दी है। ज्यादा किस्त बकाया होने पर बढ़ी ब्याज की धनराशि को एमडीए ने कम कर दिया है। साथ ही एकमुश्त समाधान योजना के तहत सभी के विवाद निपटाने के आदेश किए हैं।
मुरादाबाद, जेएनएन। मुरादाबाद विकास प्राधिकरण (एमडीए) की एक मुश्त समाधान योजना के तहत ढाई सौ लोगों को फायदा होने जा रहा है। 31 दिसंबर तक इतने ही लोगों के वन टाइम सेटेलमेंट (ओटीएस) में पंजीकरण कराया था। पंजीकरण कराने वालों की फाइलें निकालकर उनका समाधान करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। ब्याज की धनराशि कम करके ढाई सौ विवादों का निस्तारण होगा। इससे एमडीए को धनराशि भी मिलने की उम्मीद है।
एमडीए की कांशीराम नगर, सोनकपुर, नया मुरादाबाद, ढक्का योजनाओं के सैकड़ों आवंटी ऐसे हैं, जिनकी किस्तें टूट गई हैंं। डिफाल्टर होने के बाद एमडीए नोटिस भेजे जा रहा हैंं। लेकिन, ब्याज इतना अधिक हो गया है कि डिफाल्टर किस्त जमा करने के लिए हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे। एमडीए ने लोगों की आसानी के लिए एक मुश्त समाधान योजना लागू की थी। इस योजना का लाभ उठाने के लिए ढाई सौ लोगों ने ऑनलाइन आवेदन किया है। आवेदन करने वाले इसका समाधान कराने के लिए तैयार हैं। एमडीए ने सभी डिफाल्टरों की फाइलें निकलवाकर काम करना शुरू कर दिया है। एमडीए सचिव सर्वेश कुमार गुप्ता ने बताया कि जिन लोगों ने एक मुश्त समाधान योजना में पंजीकरण कराया है, उनका समाधान होगा। ब्याज की राशि में कमी करने के बाद बकाया धनराशि को जमा करा लिया जाएगा। धनराशि जमा होने के बाद ओटीएस में पंजीकरण कराने वालों के मकानों का बैनामे करा दिए जाएंगे। इसके बाद किसी को भी परेशानी नहीं होगी। सभी डिफाल्टरों की फाइलें निकलवाकर उनका अध्ययन कराया जा रहा है। स्टॉफ के कई लोगों को इसमें लगाया गया है। इससे मुरादाबाद विकास प्राधिकरण को भी धनराशि मिलेगी।