गरीबों का खाद्यान्न डकार रहे माफिया, अफसर नहीं तोड़ रहे चुप्पी Moradabad News
आपूर्ति विभाग नेदो वित्तीय वर्ष में सिर्फ 2018-19 की सूचना दी। गेहूं चावल से भरे वाहन भी किए गए जब्त नकली डीजल भी पकड़ा गया।
मुरादाबाद (प्रदीप चौरसिया)। गरीबों को मिलने वाला खाद्यान्न माफिया लगातार डकार रहे हैं लेकिन, आला अफसर इस पर खामोश हैं। हाल यह है कि सूचना के अधिकार के तहत आधी-अधूरी जानकारी दो माह बाद दी गई।
यह मिली है जानकारी
सूचना अधिकार अधिनियम के तहत जिला पूर्ति अधिकारी कार्यालय से वित्तीय वर्ष 2017-18 व 2018-19 में कितने खाद्यान्न के मामले सामने आए हैैं, कितने का खाद्यान्न व वाहन सीज किया, मिलावटी मिट्टïी तेल व डीजल मिला की जानकारी मांगी गई थी। जिला पूर्ति कार्यालय के जन सूचना अधिकारी बी पाल ने दो माह के बाद केवल एक वित्तीय वर्ष 2018-19 की सूचना उपलब्ध कराई है। इसमें जो तथ्य दिए गए वह भी चौंकाने वाले हैं।
इतने पर दर्ज कराया गया है मुकदमा
वित्तीय वर्ष में 2018-19 में खाद्यान्न की कालाबाजारी के मामले में 70 राशन दुकानदारों व अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। इसमें एक करोड़ से अधिक कीमत के खाद्यान्न की कालाबाजारी करना पाया गया है। आपूर्ति विभाग केवल 2250 किग्रा. चावल व 4150 किग्रा गेहूं बरामद कर पाया है। माफिया शेष गेहूं व चावल बेचने में सफल रहे।
56 कालाबाजारी के मामले आपूर्ति विभाग के सर्वर को भेदने वाले मिले हैं। इसमें कर्मियों से माफिया की साठगांठ दिखी। राशन कार्ड धारकों का आधार कार्ड बदलकर खाद्यान्न वितरण पाया गया है। जिले के विभिन्न थानों में संबंधित राशि दुकानदारों व अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। सभी 56 राशन दुकानों का लाइसेंस निरस्त कर दिया है।
3570 लीटर नकली डीजल बरामद
आपूर्ति विभाग ने पिछले साल पेट्रोल, डीजल व मिट्टïी तेल की चेकिंग की गई। जिले के कुन्दरकी में 3570 लीटर नकली डीजल बरामद किया था। इसके अलावा 1340 लीटर केरोसिन बरामद किया है।
लाइसेंस निलंबित या निरस्त की नहीं मिली जानकारी
दो वित्तीय वर्ष में अनियमितता बरतने के आरोप में कितने राशन दुकानों के लाइसेंस निलंबित या निरस्त किया गया, इसकी जानकारी उपलब्ध नहीं करायी गई है। कितने से जुर्माना वसूला गया, इसकी भी जानकारी नहीं दी गई है।