फर्जी प्रमाणपत्र से नौकरी कर रही शिक्षिका को विभाग का आखिरी अल्टीमेटम
Fake in education department एक सप्ताह में किसी भी माध्यम से जवाब दाखिल करने का बीएसए ने दिया समय। समय बढ़ाने के लिए शिक्षिका ने फिर से लिखा था पत्र।
मुरादाबाद। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय डींगरपुर में फर्जी प्रमाणपत्र लगाकर नौकरी कर रही शिक्षिका पूनम पांडे को आखिरी एक सप्ताह का समय दिया गया है। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने उन्हें किसी भी माध्यम से एक सप्ताह के अंदर अपना जवाब दाखिल करने का आदेश दिया है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी योगेंद्र कुमार का कहना है अगर इसके बाद भी अपना जवाब दाखिल नहीं करती हैं तो उनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। अनामिका शुक्ला प्रकरण के सामने आने के बाद प्रदेश भर में सभी विद्यालयों में तैनात शिक्षकों के प्रमाणपत्रों की जांच की जा रही है। इसी क्रम में मुरादाबाद में चल रही एक जांच में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में 2014 से तैनात शिक्षिका पूनम पांडे के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए थे। बेसिक शिक्षा अधिकारी योगेंद्र कुमार ने बताया कि पूनम पांडे द्वारा पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन कंप्यूटर एप्लीकेशन फर्जी लगाया गया था। जांच के बाद उन्हें तीन दिन का समय जवाब दाखिल करने के लिए दिया गया था। लेकिन, शिक्षिका ने पत्र लिखकर 15 दिन की मांग की थी, जिसके बाद उन्हें 15 दिन का समय भी दिया गया था। लेकिन, अब शिक्षिका ने फिर से 15 दिन का समय मांगा है लेकिन, विभाग द्वारा उन्हें अब सिर्फ एक सप्ताह का समय दिया गया है। अगर शिक्षिका इस एक सप्ताह में अपना जवाब दाखिल नहीं करती हैं तो उन पर बर्खास्तगी की कार्रवाई की जाएगी।