Move to Jagran APP

महज खिचड़ी खाने का नहीं दान व स्नान का महापर्व है मकर संक्रांति

इस दिन दान, स्नान और पुण्य की बड़ी मान्यता है। ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि सूर्य के उत्तरायण होने के साथ ही इस महापर्व की शुरुआत हो जाती है।

By RashidEdited By: Published: Tue, 15 Jan 2019 02:30 AM (IST)Updated: Tue, 15 Jan 2019 07:10 AM (IST)
महज खिचड़ी खाने का नहीं दान व स्नान का महापर्व है मकर संक्रांति
महज खिचड़ी खाने का नहीं दान व स्नान का महापर्व है मकर संक्रांति

मुरादाबाद । महापर्व मकर संक्रांति आज है। यह महापर्व महज उड़द की दाल और चावल की खिचड़ी से दिन की शुरुआत करने तक सीमित नहीं है। इस दिन दान, स्नान और पुण्य की बड़ी मान्यता है। ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि सूर्य के उत्तरायण होने के साथ ही इस महापर्व की शुरुआत हो जाती है। भगवान भास्कर इस महापर्व पर विशेष कृपा रखते हैं जो बेहद महत्वपूर्ण रहती है।

loksabha election banner

दक्षिणायण से उत्तरायण हो जाएंगे

ज्योतिषाचार्य सतीश खंडूरी ने बताया कि 14 जनवरी को शाम सात बजकर 55 मिनट पर सूर्य धनु राशि को छोड़कर मकर राशि में प्रवेश के साथ दक्षिणायण से उत्तरायण हो जाएंगे। इस कारण खिचड़ी 15 जनवरी को ही मनाई जाएगी। उन्होंने बताया कि इस दिन दान देने व गरीबों में खिचड़ी वितरण करने से पुण्य की प्राप्ति भी होती है।

सुबह साढ़े पांच बजे से शुरू हो जाएगा स्नान

उन्होंने बताया कि इस बार मकर संक्रांति पर सुबह साढ़े पांच बजे से साढ़े छह बजे तक का समय स्नान के लिए सबसे उपयुक्त है। इसके बाद सुबह 11 बजे तक दान किया जाएगा।

भगवान भास्कर को करें जल अर्पित, दान करें खिचड़ी

ज्योतिषाचार्य पंडित सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि सुबह उठकर स्नान के बाद भगवान भास्कर को जल अर्पित करने से दिन की शुरुआत करें। इस दौरान श्री आदित्यहृदयस्तोत्र का तीन बार पाठ करने से भी भगवान भास्कर की विशेष कृपा बरसेगी। इसके बाद गरीबों में खिचड़ी व ऊनी वस्त्र दान करने से सूर्य और शनि दोनों का आशीर्वाद प्राप्त होगा।

शुरू हो जाएंगे शुभ दिन

सूर्य के उत्तरायण में प्रवेश के साथ ही शुभ दिनों की शुरुआत भी हो जाएगी। उन्होंने बताया कि मकर संक्रांति के दिन से ही खरमास की समाप्ति हो जाती है और शुभ कार्य शुरू हो जाएंगे।

मकर संक्रांति का पुण्य काल आज

हिंदू मान्यता के अनुसार मकर संक्रांति ऋतु बदलाव सर्वाधिक महत्वपूर्ण पर्व माना गया है। मकर संक्रांति 14 जनवरी को मनाई जाती है। इस बार यह पर्व 14 जनवरी को नहीं मनाया जाएगा। कई लोगों में इस पर्व को लेकर दुविधाएं हैं। मकर संक्रांति का पर्व सूर्य को समर्पित है जब सूर्य गोचर भ्रमण के दौरान धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करता है, या दक्षिणायण से उत्तरायण की ओर स्थानांतरित होता है। मकर राशि में प्रवेश 14 जनवरी 2019 की रात्रि 7:52 पर होगा इसलिए पुण्यकाल अगले दिन मान्य हैं। 15 जनवरी 2019 को मकर संक्रांति का त्योहार मनाएं। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.