बोले मुरादाबाद के निर्यातक, धातुओं पर एक्साइज ड्यूटी कम करना सराहनीय कदम
क्षेत्र संयोजक ने कहा की कोरोना काल के चलते वैसे तो यह बजट अच्छा है लेकिन बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की सीमा बढ़ाना राजकोषीय घाटा कम करने के लिए सरकारी कंपनियों से विनिवेश कर निजी हाथों में देने के विचार से सहमत नहीं है।
मुरादाबाद, जेएनएन। स्वदेशी जागरण मंच की ओर से बजट पर परिचर्चा राम गंगा विहार स्थित टैली एकेडमी में हुई। निर्यातक सतपाल पुगला ने कहा कि सरकार ने लोहे तांबे एवं अन्य धातुओं पर एक्साइज ड्यूटी कम करके सराहनीय कार्य किया है, परंतु जीएसटी रिफंड में निर्यातकों को होने वाली परेशानी के लिए कोई ठोस नीति की घोषणा नहीं की।
क्षेत्र संयोजक डॉ राजीव कुमार ने कहा की कोरोना काल के चलते वैसे तो यह बजट अच्छा है लेकिन, बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की सीमा बढ़ाना, राजकोषीय घाटा कम करने के लिए सरकारी कंपनियों से विनिवेश कर निजी हाथों में देने के विचार से स्वदेशी जागरण मंच सहमत नहीं है। सीए अभिनव अग्रवाल ने विभिन्न टैक्स प्रावधानों में आए बदलाव को सरलता से समझाया। बजट में कैपिटल एक्सपेंडिचर बढ़ाया है, जिससे पूंजीगत ढांचे एवं उद्योगों को मजबूती मिलेगी। इसमें व्यापारी नेता हरीश भसीन, लघु उद्योग भारती के एग्जीक्यूटिव सदस्य कुलदीप सिंह, टैक्स अधिवक्ता विभोर अग्रवाल ने भी विचार रखे। संचालन कपिल नारंग ने किया। इसमें प्रशांत शर्मा, मयूर भाटिया, संजीव अग्रवाल, अंकित चौधरी आदि रहे।
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