भूमाफिया बने हरियाली के दुश्मन, जिम्मेदारों भी बने हुए हैं लापरवाह
भूमाफिया अपने फायदे के खातिर हरियाली को उजाड़ने में लगे हैं। उद्यान और वन विभाग के कर्मचारियों से साठगांठ करके हरे पेड़ कटवाकर नदियों किनारे अवैध कॉलोनियां बसाकर मोटी कमाई करने में लगे हैं। भूमाफिया के कॉलोनी बसाने से हरियाली उजड़ती जा रही है।
मुरादाबाद, जेएनएन। भूमाफिया अपने फायदे के खातिर हरियाली को उजाड़ने में लगे हैं। उद्यान और वन विभाग के कर्मचारियों से साठगांठ करके हरे पेड़ कटवाकर नदियों किनारे अवैध कॉलोनियां बसाकर मोटी कमाई करने में लगे हैं। भूमाफिया के कॉलोनी बसाने से हरियाली उजड़ती जा रही है। वहीं मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के जोन प्रभारी और क्षेत्रीय अभियंता भी जानबूझकर अंजान बने हुए हैं। बस नोटिस थमाकर बातचीत के जरिए मामला निपटाने का खेल चल रहा है। रामगंगा नदी किनारे जिगर कॉलोनी से कटघर पुल तक गरीबों को सस्ती जमीन देकर अवैध कॉलोनियां बसा दी गईं है। इनमें से तमाम लोगों ने तो एग्रीमेंट के आधार पर प्लाट खरीदे थे। कुछ लोगों ने बैनामा भी करा लिया था। कॉलोनी बसाने में नदी किनारे की सभी हरियाली को नष्ट कर दिया गया। छोटे पेड़ों को काटने की अनुमति भी नहीं ली गई। मुरादाबाद विकास प्राधिकरण और नगर निगम के अधिकारियों की उस समय तक अवैध कॉलोनी की तरफ नजर नहीं गई, जब तक बनती रही। बाद में सुध ली और डेढ़ महीने पहले गरीबों के मकानों पर नगर निगम का बुलडोजर चला दिया गया। तंगहाली में जमीन खरीदने वाले गरीबों के नदी किनारे बने आशियाने तो उजाड़ दिए गए। लेकिन, जिन लोगों ने यहां पर प्लॉट काटकर बेंचे। उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके असली गुनहगार तो कॉलोनी बसाने वाले लोग हैं। एम़डीए की भी इस पर कोई रोकटोंक नहीं है। यही हाल गांगन नदी किनारे का है। इस नदी के दोनों तरफ का हाल बुरा है। नदी को पाटकर नाले की शक्ल दी जा रही है। नदी के दोनों किनारों पर कब्जा हो चुका है। लेकिन, किसी को इसकी परवाह नहीं है। गांगन नदी का पुल पार करते ही चन्दौसी की तरफ जाने पर सारी हकीकत देखने को मिल जाती है। दांयी तरफ मां काली देवी के मंदिर के सामने नदी के किनारे अवैध तरीके से कॉलोनी बसाई जा रही है। इस क्षेत्र में हरे पेड़ों का कटान हो रहा है। पुल के दूसरी तरफ बांयी तरफ भी नदी किनारे की जमीन पर कब्जा हो रहा है। जमीन कब्जाने वालों ने हरे पेड़ों को कटवा दिया है।एमडीए के अवर अभियंताओं की मनमानी का यह हाल है कि नोटिस देने के बाद फाइलों को अपने पास रखे रहते हैं। गुरुवार को एमडीए सचिव सर्वेश कुमार गुप्ता के पास शिकायत आई तो उन्होंने अवर अभियंता को फोन लाइन पर ले लिया। कहा कि आपने गजरौला की कुछ फाइलों को अपने पास क्यों रख रखा है। जेई सफाई देने लगे। इस पर सचिव ने उन्हें सभी फाइलों को दफ्तर में जमा करके लिखकर देने को कहा है।
क्या कहना है अधिकारियों का
एमडीए लगातार अवैध निर्माणों को ध्वस्त कराने की कार्रवाई कर रहा है। पूरे शहर में अभियान चलाकर सर्वे कराया जा रहा है। नदियों किनारे बसने वाली अवैध कॉलोनियों का भी सर्वे कराकर भवनों को ध्वस्त कराने की कार्रवाई होगी।
सर्वेश कुमार गुुप्ता, सचिव, मुरादाबाद विकास प्राधिकरण, मुरादाबाद