दोहरे हत्याकांड की अब नए सिरे से होगी जांच, कातिल तक पहुंचने के लिए मुरादाबाद पुलिस करेगी यह काम
Thakurdwara Double Murder ठाकुरद्वारा डबल मर्डर में घटना स्थल के समीप छिपा कातिल फिर शुरू तलाश। दंपती को कोई संतान नहीं थी। पुलिस ने प्रकरण की जांच संपत्ति विवाद को केंद्र में रखकर शुरू की। मृतकों के 36 करीबियों से पूछताछ हुई।
मुरादाबाद, जेएनएन। Thakurdwara Double Murder। ठाकुरद्वारा डबल मर्डर की तफ्तीश नए सिरे से शुरू हो गई है। कत्ल से जुड़े तथ्यों को नए सिरे से खंगाला जा रहा है। इस प्रयास में पुलिस को यकीन हो चला है कि डबल मर्डर का राजदार घटना स्थल के आसपास ही छिपा है। यह अलग बात है कि सवा तीन माह बाद भी पुलिस को कामयाबी नहीं मिल पाई है, लेकिन कानून के रखवालों को यकीन हो चला है कि वह वैज्ञानिक साक्ष्य की मदद से कातिल को बेपर्दा करने में सफल जरूर होेंगे।
ठाकुरद्वारा कस्बे के पीपलटोला (आर्य नगर कालोनी) में 29 जुलाई की रात मोहित उर्फ प्रशांत वर्मा और उसकी पत्नी मोना वर्मा को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया। वारदात रात करीब नौ बजे के लगभग हुई थी। कातिल ने गला रेत कर मोहित को मार डाला, जबकि उसकी पत्नी का गला घोंटा गया था। महिला के मुंह से झाग भी निकला था। यही वजह रही कि पोस्टमार्टम के दौरान चिकित्सकों ने महिला का बिसरा जांच के लिए पुलिस को सौंपा। जांच रिपोर्ट मिलनी शेष है। दंपती को कोई संतान नहीं थी। ऐसे में पुलिस ने प्रकरण की जांच संपत्ति विवाद को केंद्र में रखकर शुरू की। मृतकों के लगभग 36 करीबियों से पूछताछ हुई। उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड में कांट्रेक्ट किलिंंग के लिए कुख्यात लोगों तक की पुलिस ने टोह ली। इसके बाद भी पुलिस यह पता लगाने में विफल रही कि करोड़ों की संपत्ति के मालिक दंपती का कत्ल क्यों और किसने किया था? वक्त का पहिया आगे बढ़ा। पुलिस अन्य घटनाओं में उलझ गई। इधर एक बार फिर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी ने डबल मर्डर के राजदार की तलाश अविलंब करने के आदेश मातहतों को दिए हैं। इसके लिए सिटी एसओजी लगाई गई है। एसओजी ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। घटना स्थल से मिले संकेत के आधार पर एसओजी ने भी माना है कि डबल मर्डर का राजदार घटना स्थल के इर्दगिर्द ही छिपा है। यही वजह है कि डबल मर्डर में कातिल की तलाश पुलिस ने नए सिरे से घटना स्थल के आसपास से शुरू की है।
ठाकुरद्वारा डबल मर्डर को पुलिस ने चुनौती के रूप में स्वीकार किया है। कातिल को बेनकाब करने की कोशिश में सिटी एसओजी लगाई गई है। घटना से संबंधित कुछ अहम सुराग पुलिस के हाथ लगे हैं। एक सप्ताह के भीतर कातिलों के बेपर्दा होने की उम्मीद है।
विद्या सागर मिश्र, एसपी देहात मुरादाबाद।