मुरादाबाद में भीख मांग रहे सात बच्चों को लेने पहुंची टीम, शहर में मच गया अपहरण का शोर
Rumor of kidnapping of children in Moradabad मामले की तह तक जाने के बाद पुलिस ने ली राहत की सांस। एक घंटे के बाद मामले से उठा पर्दा। बाल भिक्षावृत्ति रोकथाम अभियान के तहत शहर में निकली थी एएचटीयू।
मुरादाबाद, जेएनएन। Rumor of kidnapping of children in Moradabad। सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में एक मंदिर से एक साथ पांच बच्चों के अपहरण की सूचना से महानगर में हड़कंप मच गया। करीब एक घंटे तक चली छानबीन के बाद पता चला कि सभी बच्चे महफूज हैं। इसके बाद सिविल लाइंस पुलिस ने राहत की सांस ली।
बाल भिक्षावृत्ति रोकथाम अभियान के तहत गुरुवार को महानगर में निकली एएचटीयू (एंटी ह्यूमेन ट्रैफिकिंग यूनिट), बाल कल्याण समिति की महिला सदस्य नीतू सक्सेना व चाइल्ड लाइन की टीम सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में रामगंगा विहार फेज एक में साईं मंदिर पहुंची। वहां मुरादाबाद के दो व बिहार के मूल निवासी पांच बच्चे भिक्षा मांगते मिले। भिक्षावृत्ति की पुष्टि के बाद एएचटीयू की मदद से सभी बच्चे कब्जे में ले लिए गए। मौके पर बच्चों के मां-बाप नहीं मिले। इसी दौरान किसी व्यक्ति ने डायल 112 पर पुलिस को सूचना दी कि कुछ लोग मंदिर परिसर में खड़े पांच बच्चों का अपहरण कर ले गए हैं। पीआरवी के साथ ही रामगंगा चौकी इंचार्ज शीशपाल सिंह भी मौके पर पहुंचे। छानबीन में पता चला कि बच्चों का ले जानी वाली टीम एएचटीयू है। तब पुलिस ने राहत की सांस ली। इस बावत बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष गुलजार अहमद ने बताया कि सभी पांच बच्चे सिटी चाइल्ड लाइन के पास 24 घंटे तक रखने के आदेश दिए गए हैं। सीडब्ल्यूसी बच्चों के मां-बाप की काउंसिलिंग करेगी। पूछताछ में जानने का प्रयास होगा कि वह कौन सा कारण है, जिसकी वजह से बच्चों में भिक्षावृत्ति कराई जा रही है।