TB Patient Search Campaign in Moradabad : जिले के मेडिकल स्टोर संचालक कर रहे मनमानी, कार्रवाई की तैयारी
TB Patient Search Campaign in Moradabad औषधि प्रशासन को स्वास्थ्य विभाग की ओर से पत्र भेजा गया है। जानकारी नहीं देने वालों पर अब कार्रवाई की जाएगी। मेडिकल स्टोर संचालक बिना पर्चे के ही लोगों को दवाएं उपलब्ध करा रहे हैं।
मुरादाबाद, जेएनएन। टीबी हारेगा देश जीतेगा के तहत टीबी रोगियों को खोजने का अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत जिले के सभी मेडिकल स्टोर को भी पत्र भेजा गया था। इसमें सिर्फ 300 मेडिकल स्टोर संचालक ही रिकार्ड दिखा पाए हैं।
जिले में तकरीबन साढ़े 12 सौ मेडिकल स्टोर संचालक हैं। रजिस्टर नहीं होने की वजह से क्षय रोग विभाग के अधिकारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में कोई भी दवा बिना रजिस्टर और चिकित्सक के पर्चे से खूब दी जा रही है। ऐसे मेडिकल स्टोर संचालकों के खिलाफ कार्रवाई के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने औषधि प्रशासन को पत्र भेजा है। सभी मेडिकल स्टोर संचालकों की पंजीयन पत्र के साथ जानकारी मांगी गई है। इसके अलावा कितने लोगों ने रजिस्टर नहीं बनाया है उसकी भी जांच कराने के लिए कहा गया है।
गली-मुहल्लों में बेची जा रही नशीली दवाएं
गली-मुहल्लों में खुले मेडिकल स्टोर पर दवाओं का कोई रिकार्ड नहीं है। नशेड़ियों के लिए आसान तरीके से नशीली दवाइयां उपलब्ध कराई जा रही हैं। औषधि निरीक्षक मुकेश कुमार जैन ने रेती स्ट्रीट में नशीली दवाओं की चेकिंग की। दो मेडिकल स्टोर को चेक किया था। वहां नशीली दवा नहीं मिल पाई।
टीबी हारेगा, देश जीतेगा के तहत सभी मेडिकल स्टोर से रिकार्ड मांगा गया है। टीबी की दवा बिना डॉक्टर के लिखे नहीं दी जा सकती है। दवा देने पर रजिस्टर में रिकार्ड मेनटेन रखना होगा। अभी तक सिर्फ 300 मेडिकल स्टोर संचालक ही अपना रिकार्ड दिखा पाए हैं। बाकी के खिलाफ कार्रवाई के लिए औषधि प्रशासन को पत्र लिखा जा रहा है।
डॉ. दिनेश कुमार प्रेमी, जिला क्षय रोग अधिकारी