रामपुर में एआरटीओ कार्यालय के बाहर बैठने वाले दलालों पर मुकदमा, आठ गिरफ्तार
आरआइ की ओर से सिविल लाइंस कोतवाली में तहरीर दी गई जिसमें आरोप है कि कुछ लोग कार्यालय के बाहर अवैध रूप से कुर्सी मेज डालकर अपने साथियों को लेकर बैठ जाते हैं।
रामपुर। प्रशासन की सख्ती के बाद एआरटीओ कार्यालय के बाहर बैठने वाले दलालों पर शिकंजा कस दिया है। आरआइ (सम्भागीय निरीक्षक प्राविधिक) अजय तिवारी की ओर से सिविल लाइंस पुलिस ने नौ दलालों के खिलाफ कार्यालय में घुसकर गाली गलौज करने, सरकारी कार्य में बाधा डालने आदि की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने आठ दलालों को गिरफ्तार कर लिया है।
दो दिन पहले मुख्य विकास अधिकारी गजल भारद्वाज ने एआरटीओ कार्यालय पर छापा मारा था। शिकायत मिली थी कि यहां दलालों का राज है। वे निर्धारित शुल्क से अधिक रुपये लेकर उनके काम कराते हैं। कार्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों पर अनावश्यक कार्य का दबाव बनाते हैं। इस पर सीडीओ ने दलालों को हटाने के निर्देश दिए थे। अगले ही दिन पुलिस का डंडा दलालों पर चल गया। दलालों के चेंबरों पर जेसीबी चला दी गई। उनका सामान जब्त कर लिया गया। इससे दलालों भें भगदड़ मच गई थी।
कार्यालय आने जाने वालों को रोककर उनके साथ धोखाधड़ी करके पैसे ऐंठते हैं। बाद में उनका काम कराने कार्यालय में घुसकर दबाव बनाते हैं। अधिकारियों और कर्मचारियों से गाली गलौज करते हैं। मंगलवार को जुठिया गांव के रेहान पाशा, जुठिया के ही फरमान, अजीतपुर के इफ्तेकार, अजीतपुर के राजा सैनी, नई बस्ती अजीतपुर के इब्ने अली, शहजादनगर के अब्दुल गनी, पंजाबनगर गांव के राजपाल, अजीमनगर के बजावाला गांव के रामपाल और ज्वालानगर के बुद्धसेन जबरन उनके कार्यालय में घुस आए। अनावश्यक रूप से मुझ पर काम करने का दबाव बनाने लगे। मना करने पर मेरे साथ अभ्रदता की। शोर शराबा सुनकर अन्य कर्मचारी आ गए। बाहर लोगों की भीड़ लग गई। इस पर आरोपित बाद में देख लेने की धमकी देकर भाग गए। सिविल लाइंस कोतवाल बिजेंद्र सिंह ने बताया कि आइआइ की तहरीर पर संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। इनमें रेहान पाशा फरार है। उसे छोड़कर बाकी सभी आरोपित गिरफ्तार कर लिए हैं।