Steno Corruption Case : भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे अमरोहा सीएमओ के तत्कालीन स्टेनो को मिली क्लीनचिट
Steno Corruption Case आय से अधिक संपत्ति रखने वित्तीय अनियमितताएं बरतने अधिकारियों और कर्मचारियों पर दबाव बनाकर गुटबाजी करने और उच्चाधिकारियों के आदेश की अवहेलना के आरोप में शासन ने जांच का आदेश दिया था। इसके बाद जांच कराई गई थी।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। Steno Corruption Case : भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे अमरोहा सीएमओ के तत्कालीन स्टेनो को क्लीनचिट मिल गई है। इन पर आय से अधिक संपत्ति रखने, वित्तीय अनियमितताएं बरतने, अधिकारियों और कर्मचारियों पर दबाव बनाकर गुटबाजी करने और उच्चाधिकारियों के आदेश की अवहेलना के आरोप में शासन ने जांच का आदेश दिया था।
एडी हेल्थ और सीडीओ को जांच सौंपी थी। जांच मे निर्दोष पाए जाने पर स्टेनो को क्लीनचिट दे दी गई है। उल्लेखनीय है कि तत्कालीन सीएमओ के स्टेनो विजयपाल सिंह खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप में जून माह में शासनस्तर से आरोप पात्र जारी किए गए थे। जिसमें कार्यकाल में विभागीय कर्मचारियों और अधिकारियों को अपने दबाव में लेकर गुटबाजी कराकर सरकारी कार्यो में बाधा डालने, भ्रष्टाचार कर आय से अधिक संपत्ति अर्जित, वित्तीय अनियमित्ताएंं बरतने का आरोप था। जिसमें शासन ने आरोप पत्र जारी कर ऐडी हेल्थ व सीडीओ चंद्रशेखर शुक्ला को जांच के निर्देश दिए थे। दोनों अधिकारियों की जांच में स्टेनो पर लगे आरोप निराधार पाए हैं। सीडीओ ने बताया कि स्टेनों पर लगे सभी आरोप बेबुनियाद पाए गए। जिन्हें क्लीनचिट दे दी गई है।
लखीमपुर प्रकरण में आरोपितों को जल्द करें गिरफ्तार : अमरोहा के हसनपुर मंडी समिति में आयोजित भाकियू भानु की बैठक में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चौधरी दिवाकर सिंह ने कहा कि लखीमपुर खीरी प्रकरण के दोषियों को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। आरोपितों को जल्द गिरफ्तार कर हत्या के जुर्म में जेल भिजवाया जाए। साथ ही प्रशासन हंगामा रोकने में विफल रहने वाले जिम्मेदारों पर भी कार्रवाई करें। प्रदेश में किसान बिजली के बिल, गन्ना भुगतान, बैंक ऋण तथा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि न मिलने जैसी समस्याओं से जूझ रहा है। उपरोक्त सभी समस्याएं उत्तर प्रदेश सरकार के हस्तक्षेप से दूर हो सकती हैं। लेकिन सरकार किसानों की समस्याओं की अनदेखी कर रही है। विद्युत बिलों में दूसरे प्रदेशों के सापेक्ष अधिक बढ़ोतरी हो चुकी है। निजी नलकूप संयोजन पर विभाग द्वारा मीटर लगाना प्रारंभ कर दिया गया है जिसको किसान बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे। उक्त सभी बिंदुओं को लेकर 11 अक्तूबर को दोपहर 12 बजे से जिला मुख्यालय पर धरना दिया जाएगा। चेतावनी दी कि समस्याएं हल न होने पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल करने को मजबूर होंगे।