सपा ने यूपी विधानसभा चुनाव में डिजिटल प्रचार के लिए बनाई टीम, कार्यकर्ताओं को सौंपी गई जिम्मेदारी
आचार संहिता लगने के बाद से कार्यकर्ताओं ने प्रचार शुरू कर दिया है। इस बार के चुनाव में अधिकतर प्रचार डिजिटल माध्यम से होना है। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी इसको लेकर व्यापक स्तर पर तैयारी कर ली है।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। 2017 के बाद से 2022 के चुनाव प्रचार का तरीका बदल गया है। इस बार बैनर-स्टीकर के बजाय इंटरनेट मीडिया से विपक्षी पार्टियों को जवाब दिया जाएगा। इसके लिए समाजवादी पार्टी ने हर विधानसभा पर एक हजार कार्यकर्ताओं को इंटरनेट मीडिया के प्रचार के लिए तैयार किया है। जिला कार्यालय से सभी को पार्टी मुख्यालय से मिलने वाले संदेशों को भेजना है।
आचार संहिता लगने के बाद से कार्यकर्ताओं ने प्रचार शुरू कर दिया है। इस बार के चुनाव में अधिकतर प्रचार डिजिटल माध्यम से होना है। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी इसको लेकर व्यापक स्तर पर तैयारी कर ली है। पार्टी की हर जानकारी डिजिटल माध्यम से सभी के पास जानी है। इसका सभी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण पहले ही दिया जा रहा है। सपा मुख्यालय की ओर से तीन लोग जिला कार्यालय पर इंटरनेट मीडिया के लिए ही रख दिए गए हैं। जिससे पार्टी की तमाम जानकारियों को वह हर एक कार्यकर्ताओं को दे सकें। चुनाव के लिए विशेष व्यवस्था यह की गई है कि हर विधानसभा पर 900 कार्यकर्ताओं को रखा गया है। विधानसभावार पार्टी प्रत्याशी के प्रचार के लिए वह सभी पार्टी की जानकारी शेयर करेंगे। लोकल स्तर से अगर विपक्षी पार्टी का कोई नेता कुछ बोलता है तो उसे इंटरनेट मीडिया के माध्यम से ही जवाब दिया जाएगा।
इंटरनेट मीडिया के लिए हमारे यहां पूरी व्यवस्था है। जिला कार्यालय पर तीन लोग मुख्यालय से नियुक्त हैं। बाकी स्थानीय स्तर पर हर विधानसभा में 900 कार्यकर्ताओं को पार्टी का संदेश फैलाने की जिम्मेदारी दी गई है।
डीपी यादव, जिलाध्यक्ष समाजवादी पार्टी
इंटरनेट मीडिया पर ही अधिकतर प्रचार होना है। इसके लिए व्यवस्थाएं बनाई जा चुकी हैं। विधानसभावार कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी जा चुकी है। लगातार प्रचार का काम किया जा रहा है। आइटी सेल से हर संदेश पास करेंगे।
शाने अली शानू, महानगर अध्यक्ष समाजवादी पार्टी