Sonakpur Overbridge : शहर को जाम से मुक्त करने में ब्रिज निभाएगा अहम भूमिका, विकास में भी आएगी तेजी
सोनकपुर ओवरब्रिज के निर्माण से शहर के विकास की रफ्तर को पंख लगेंगे। लेकिन इस विकास की रफ्तार पर रेलवे ने धीमी चाल का कासन लगा रखा है। सोनकपुर ओवरब्रिज न बनने से इंडस्ट्रियल एरिया भी प्रभावित हो रहा है।
मुरादाबाद, जागरण संवाददाता। सोनकपुर ओवरब्रिज के निर्माण से शहर के विकास की रफ्तर को पंख लगेंगे। लेकिन, इस विकास की रफ्तार पर रेलवे ने धीमी चाल का कासन लगा रखा है। सोनकपुर ओवरब्रिज न बनने से इंडस्ट्रियल एरिया भी प्रभावित हो रहा है। मरीज को ले जाती एंबुलेंस को भी जाम से जूझते हुए लंबा रास्ता तय करना पड़ता है। मानवता के नाते ही कम से कम इस सोनकपुर ओवरब्रिज के निर्माण में तेजी आनी चाहिए। मार्च 2022 में ही क्यों? अगर रेलवे हरिद्वार रेल लाइन पर भी हाल में काम शुरू कर दे तो नवंबर तक पुल तैयार हो सकता है। स्कूली बच्चों का समय बचेगा तो वहीं मरीज की एंबुलेस जाम नहीं नहीं फंसेगी और जल्दी अस्पताल तक पहुंच सकेंगे।
हरथला व दिल्ली रोड पर पीतल की फैक्ट्री हैं। कांठ रोड व दिल्ली रोड को आपस में जोड़ने वाले सोनकपुर ओवर ब्रिज का निर्माण पूरा होने के लिए निर्यातक भी पलकें बिछाए बैठे हैं। मुरादाबाद में तीन हजार निर्यातक हैं। इनमें तमाम कांठ रोड की पाश कालोनी में रहते हैं। लेकिन, इनकी फैक्ट्री दिल्ली रोड पर है। दिल्ली रोड की पाश कालोनी में रहने वालों की कांठ रोड पर भी फैक्ट्री हैं। जिससे पांच किमी लंबा रास्ता तय करके आना-जाना करते हैं। सोनकपुर ओवर ब्रिज के बनने से फैक्ट्रियों में काम करने वाले भी रेलवे क्रासिंग के जाम से बचेंगे। 1115 मीटर निर्माणाधीन सोनकपुर ओवरब्रिज से कांशीराम नगर, गागन, नया मुरादाबाद तक जाने का रास्ता साफ हो जाएगा। दिल्ली व हरिद्वार रेल लाइन के बीच में मुरादाबाद विकास प्राधिकरण ने कांशीराम नगर योजना के तहत प्लाटिंग की। वर्ष 2007 से अभी तक प्लाटिंग के बाद यहां पर आवास नहीं बने। जबकि मुरादाबाद विकास प्राधिकरण ने सड़क, लाइट सभी की सुविधा दी लेकिन, रास्ता न होने से जंगल में तब्दील हो गई है।
तहसील आनाजाना होगा आसान : नई तहसील बने आठ साल हो गए हैं। तहसील सोनकपुर ओवरब्रिज से 100 मीटर दूरी पर है। यही नहीं जिला निर्वाचन कार्यालय भी तहसील के पास ही बना है। अब चुनाव के दौरान तहसील और निर्वाचन कार्यालय में ही कार्मिकों को आना जाना पड़ेगा। जिससे विधानसभा चुनाव से पहले इस पुल का निर्माण पूरा होना चाहिए। डिप्टी सीएम भी चुनाव से पहले जनता को पुल से होकर गुजराने की हिदायत देकर गए हैं। साथ ही रेलवे अफसरों से बात करके निर्माण में तेजी के लिए बोला है।
कांठ व दिल्ली रोड पर कनेक्ट होंगे सरकारी कार्यालय : एमडीए विभाग, समाज कल्याण विभाग, वाणिज्य कर कार्यालय, तहसील, जिला निर्वाचन कार्यालय, विकास भवन, स्टेडियम, वन विभाग, जिला उद्योग केंद्र, रोजगार कार्यालय, मुख्य अभियंता कार्यालय विद्युत, आवास विकास।
स्कूलों-कालेजों को मिलेगी कनेक्टविटी : कांठ रोड पर एमआइटी, आरएडी अकादमी, एसएस चिल्ड्रन अकादमी, आरआरके, सीएल गुप्ता स्कूल, शिरडी साईं स्कूल, मानसरोवर कन्या इंटर कालेज, राजकीय पालीटेक्निक, राजकीय महिला पालीटेक्निक, आइटीआइ समेत अन्य स्कूल-कालेज। दिल्ली रोड पर सैंटमीराज अकादमी, डीपीएस, स्प्रिंगफील्डस कालेज, सेंटमेरीज स्कूल, टीएमयू, टिमिट समेत अन्य शिक्षण संस्थाएं।
इन अस्पतालों को मिलेगी कनेक्टिविटी : कांठ रोड के एशियन विवेकानंद अस्पताल, कासमास अस्पताल, सिद्ध अस्पताल, क्रिस्ट अस्पताल, आरएसडी अस्पताल समेत दर्जनों नर्सिंग होम। दिल्ली रोड के साईं अस्पताल, एपेक्स अस्पताल, आरआर हास्पिटल, ब्राइट स्टार समेत अन्य नर्सिंग होम। शिक्षण संस्थाएं दिल्ली व कांठ रोड पर हैं।
सोनकपुर ओवर ब्रिज बनने से बच्चों को जाम से मुक्ति मिलेगी। समय भी बचेगा।
जयदेव यादव
सोनकपुर ओवरब्रिज से सरकारी कार्यालय, अस्पताल व शिक्षण संस्थाओं को बहुत फायदा मिलेगा। स्कूल खुलने से पहले पुल शुरू हो।
दिनेश भारद्वाज
यह भी पढ़ें :-
मोबाइल पानी में गिरने पर ऐसा गुस्सा, नाराज महिला ने चाकू से हमला कर पड़ोसन को मार डाला, गिरफ्तार