बेटे को ब्लड कैंसर, सोशल मीडिया पर मांगी मदद तो जुड़ता गया सम्भल के लोगों का कारवांं
ब्लड कैंसर से जूझ रहे बेटे के महंगे इलाज ने पिता को पूरी तरह से तोड़ दिया। सोशल मीडिया पर मदद मांगी तो लोग आने लगे। अब इलाज शुरू हो गया है।
सम्भल, जेएनएन। इस समय प्राइवेट अस्पतालों में इलाज कराना हर किसी को संभव नहीं है। ऊपर से अगर बीमारी कैंसर जैसी खतरनाक हो तो फिर गरीब व्यक्ति के लिए इलाज कराना उतना ही कठिन हो जाता है जितना चांंद पर पहुंचना। कुछ ऐसी ही समस्या चन्दौसी के मुहल्ला घास मंडी निवासी गौरव वाष्र्णेय के समक्ष है। उनके सात वर्षीय बेटे नमन को ब्लड कैंसर है। उपचार कराने के लिए 16 लाख रुपये की आवश्यकता है। बच्चे के पिता प्राइवेट शिक्षक है। इतनी मोटी रकम जुटाना काफी मुश्किल था। ऐसे में कुछ लोगों ने मदद के लिए सोशल मीडिया पर पोस्ट लिख दी। इसके बाद अन्य लोगों ने भी पोस्ट को शेयर करना शुरू कर दिया। लोगों तक जानकारी पहुंची तो मदद का कारवां आगे बढ़ना शुरू हो गया।
मंगलवार तक पांच लाख रुपये की मदद लोग कर चुके हैं। नगर के मुहल्ला घास मंडी निवासी गौरव वाष्र्णेय शिक्षक हैंं। इनके सात वर्षीय बेटे नमन को ब्लड कैंसर हो गया। इस बात की जानकारी स्वजनों को लगी तो वह परेशान हो गए। क्योंकि घातक बीमारी के साथ जब इलाज कराने का खर्च डॉक्टर से पूछा तो डॉक्टर ने बताया कि 16 लाख रुपये खर्च होंगे। इस बात की जानकारी शहर के लोगों को हुई तो कुछ लोगों ने दो दिन पहले बच्चे व उसके पिता का फोटो सोशल मीडिया पर डालकर कैंसर होने की जानकारी दी। साथ ही लिखा कि इन्हें बच्चे का इलाज कराना है। ऐसे में सभी लोग इनकी मदद करे। इसके बाद कुछ लोगों ने उस पोस्ट को शेयर भी किया तो लोग मदद के लिए आगे आने शुरू हो गए। मंगलवार की शाम तक लोगों ने पांच लाख रुपये इलाज के लिए नमन के पिता को उनके खाते में भेज दिए है। मंगलवार को पूर्व चेयरमैन राजेश शंकर राजू ने 11 हजार, रामबाग ट्रस्ट 51 हजार, संजीव वाष्र्णेय ने 25 हजार समेत पांच लाख रुपये की मदद लोग कर चुके है। अब बच्चे का इलाज दिल्ली के एक निजी अस्पताल में शुरू हो गया है।