लघु सूक्ष्म एवं मध्यम उद्योग की जीडीपी में 40 फीसद होगी साझेदारी: सिद्धार्थ नाथ सिंह
भारत जीडीपी में एमएसएमई की हिस्सेदारी 30 फीसद की है। प्रधानमंत्री इसे 40 फीसद पर ले जाना चाहते हैं। इसके लिए सरकार अनेक योजना चला रही हैंं। इसके तहत उद्यमियों को लोन दिए जा रहे हैं। औद्योगिक क्षेत्र बनाए जा रहे हैं। अब एमएसएमई में पॉलिसी आई है।
मुरादाबाद, जेएनएन। लघु उद्योग भारती की ओर से शुक्रवार को निर्यातक सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य अतिथि लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्योग मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह रहे। इस दौरान मुरादाबाद के निर्यातकों कितनों की समस्याओं पर चर्चा की गई। मुरादाबाद के अलावा रामपुर, अमरोहा और सम्भल के निर्यातकों ने अपनी समस्याएं रखीं। एमएसएमई मंत्री ने उनके समाधान का आश्वासन दिया। साथ ही उन्होंने निर्यातकों को इंडस्ट्री को आगे बढ़ाने के लिए बहुत सारे सुझाव दिए।
बताया कि भारत जीडीपी में एमएसएमई की हिस्सेदारी 30 फीसद की है। प्रधानमंत्री इसे 40 फीसद पर ले जाना चाहते हैं। इसके लिए सरकार अनेक योजना चला रही हैंं। इसके तहत उद्यमियों को लोन दिए जा रहे हैं। औद्योगिक क्षेत्र बनाए जा रहे हैं। अब एमएसएमई में पॉलिसी आई है। आप जमीन खरीदिए और अपना काम शुरू करें। सरकार तत्काल मंजूरी देगी। एक हजार दिन तक आपको प्रक्रिया पूरी करने की जरूरत नहीं होगी। सरकार उद्यमियों के किया हेलीकॉप्टर सर्विस शुरू करने जा रही है। इसमें मुरादाबाद को एक स्टॉप के रूप में शामिल किया है। मुरादाबाद में सभी तैयार हों तो हम अंतरराष्ट्रीय स्तर का क्लस्टर बनाकर देंगे। सोर्सिंग हब की समस्या का समाधान जल्द करके देंगे। अब सरकार ढांचा तैयार करने में जुटी है, ताकि चाइना से मुकाबला किया जा सके। इसमें आपको भी सहयोग करना होगा। नए आइडिया लाने होंगे। काम करना होगा। विदेश से अधिक से अधिक कार्य करना होगा, हमें अपनी जरूरत बताइए, हम वो सब आपको देंगे। हम सब मिलकर चाइना से आगे निकलेंगे। हम ओडीओपी के तहत हनी मिशन शुरू करने जा रहे हैं। ये सुनने में छोटा लगता है पर ये हजारों करोड़ का कारोबार है। सभी बड़ी कम्पनियों के शहद में शुगर मिली होती है। हम इसे पूरे प्रदेश में शुरू करने जा रहे हैं।