आलीशान कोठी का किराया महज एक हजार रुपये महीना देती हैं सांसद आजम की बहन, लखनऊ नगर निगम ने भेजा नोटिस
पुलिस ने जौहर यूनिवर्सिटी के लिए जमीनें कब्जाने के 28 मुकदमों में आजम खां पत्नी और बेटे को भी अभियुक्त बना दिया है। निकहत की इन मामलों क्या भूमिका है इसकी जांच जारी है।
रामपुर (मुस्लेमीन)। सांसद आजम खां की बहन निकहत अफलाक पर भी कानूनी शिकंजा सकता जा रहा है। पहले भी उन्हे जौहर ट्रस्ट की खजांची होने पर थाने ले जाकर पूछताछ की गई थी। अब लखनऊ नगर निगम ने भी उन्हे नोटिस जारी कर दिया है। लखनऊ में उनके नाम मात्र एक हजार रुपये महीने किराये पर पांच हजार वर्ग फीट कोठी आवंटित है।
आजम खां की बड़ी बहन निकहत अफलाक कमरलका स्कूल की सेवानिवृत प्रधानाध्यापिका हैं और रामपुर में ही रहती हैं। लेकिन , लखनऊ में भी उनके नाम नगर निगम की एक आलीशान कोठी आवंटित है। इस मामले में पूर्व मंत्री स्वर्गीय हाजी निसाहर हुसैन के बेटे अधिवक्ता मुस्तफा हुसैन ने मुख्यमंत्री से शिकायत की थी। आरोप लगाया कि कोठी का आवंटन फर्जी तरीके से हुआ है। आवंटन के समय आजम खां नगर विकास मंत्री थे और दबाव में ही आवंटन किया गया। नगर निगम ने इस मामले की जांच पड़ताल के बाद निकहत को नोटिस जारी कर दिया है। निकहत पिछले साल तब सुर्खियों में आई थीं, जब पुलिस उन्हे थाने ले गई थी। पुलिस ने उनसे महिला थाने में चार घंटे पूछताछ की थी। दरअसल निकहत मौलाना मुहम्मद अली जौहर ट्रस्ट की कोषाध्यक्ष हैं। यह ट्रस्ट ही मुहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी और रामपुर पब्लिक स्कूलों का संचालन करती है। आजम खां इस ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं, जबकि उनकी पत्नी शहर विधायक डा. तजीन फात्मा सचिव हैं। उनके दोनों बेटे सदस्य हैं।
आजम की पत्नी पर 32 मुकदमे
पिछले साल पुलिस ने आजम खां के खिलाफ जौहर यूनिवर्सिटी के लिए जमीनें कब्जाने के आरोप में 30 मुकदमे दर्ज किए गए थे । प्रशासन ने उन्हे भू माफिया भी घोषित कर दिया था। आजम खां के खिलाफ 80, उनकी पत्नी के खिलाफ 32 और बेटे अब्दुल्ला के खिलाफ 43 मुकदमे दर्ज हैं। ये तीनों ही 26 फरवरी से जेल में बंद हैं। आजम खान के कई समर्थकों के खिलाफ भी मुकदमे दर्ज हुए थे। सेवानिवृत्त सीओ सिटी आले हसन खां के खिलाफ भी 56 मुकदमे दर्ज किए गए। वह भी जेल में बंद हैं। आजम खान के मीडिया प्रभारी फसाहत अली खां शानू और गन्ना समिति के पूर्व चेयरमैन मसूद गुड्डू भी जेल जा चुके हैं। पालिकाध्यक्ष पति अजहर खां के खिलाफ भी मुकदमे दर्ज किए गए हैं। लेकिन, वह पुलिस के हाथ नहीं लग पा रहे हैं, जबकि उनके घर की कुर्की भी हो चुकी है।