मुरादाबाद की सड़कों पर सन्नाटा, अमरोहा में बस पकड़ने के लिए उमड़े लोग
बंदी से पूर्व ही लोग अपने अपने घरों की ओर रवाना होने लगे। यही वजह थी कि शाम से ही बस स्टेशन आदि पर लोगों की भीड़ रही। प्राइवेट वाहन भी पूरी तरह भरे रहे।
मुरादाबाद। बंदी लागू होते ही मुरादाबाद की सड़कों पर सन्नाटा पसर गया। कई जगहों पर पुलिस ने वाहनों की चेकिंग की। वहीं अमरोहा के गजरौला में कभी सन्नाटा छाया रहा तो कभी वाहनों के ठहरने पर लोगों का जमावड़ा लग जा रहा था। यहां बीच में पुलिस के द्वारा अनाउंस किए जाने की आवाज भी गूंज रही थी। पुलिस की गाड़ियां भी दौड़ रही थी। वाहनों के सरपट दौड़ने की आवाज भी रुक रुककर सुनाई दे रही थी।
गजरौला चौपला का नजारा कुछ ऐसा ही था। यह चौपला दिल्ली-मुरादाबाद मार्ग पर है। यहीं से सम्भल-चंदौसी और चांदपुर-बिजनौर व हरिद्वार के लिए भी वाहन मिलते हैं। शुक्रवार की रात दस बजे बंदी लागू होते ही पुलिस हरकत में आ गई। उसने चौपला चौकी पर लगे सिस्टम से अनाउंस करना चालू कर दिया। यहां खड़े दिखाई देने वालों को घर जाने की चेतावनी दी जाने लगी। कुछ लोगों का यहां चौपला पर खड़ा रहना मजबूरी थी। यह लोग दिल्ली व मेरठ से यहां रोडवेज बस व अन्य साधनों से पहुंच रहे थे लेकिन उन्हें तत्काल सम्भल, चंदौसी, रहरा, गवां, चाँदपुर, बिजनौर इत्यादि जगहों पर जाने को सवारी नहीं मिल रही थी। सवारी के लिए उन्हें भटकना पड़ रहा था। गवां इलाके के गांव न्योरा निवासी प्रमोद, दीना नाथ व सोमवीर मेरठ में पल्लेदारी करते हैं।
बंदी के कारण घर लौट रहे थे। मेरठ से गजरौला पहुंच गए। घर जाने को साधन नहीं मिल रहा था। यही हाल महफूज, सलमान, उवेज इत्यादि लोग दिल्ली से बरेली जाने वाली बस से यहां पहुंचे लेकिन उन्हें सम्भल जाना था। इन्हें आधे घंटे के इंतजार के बाद मेरठ से आई बस मिल गई। यह सवारियों से भरी थी। सकरथल का इमरान व उसके कई साथियों को पहले से पता था कि गजरौला से सवारी नहीं मिलती है। इस कारण उसने घर फोन कर दो बाइक मंगा ली थी। बस से उतरते ही यहां इंतजार में खड़े रिश्तेदारों के साथ बाइक से वह घर रवाना हो गए। हालांकि यहां एक कार में लिफ्ट लेकर दिल्ली के आनंद विहार से गजरौला पहुंचे शुएब व तीन अन्यों को सवारी नहीं मिलने पर वह चौपला पर ही रात साढ़े दस बजे तक खड़े थे। इधर चौपला पर मौजूद प्रभारी निरीक्षक जयवीर सिंह ने कहा कि पुलिस कड़ाई से लॉक डाउन का पालन कराने को मुस्तेद है। जगह जगह बेरियर लगाए जा रहे थे।