Shramik Special trains : यात्रियों की प्यास बुझाने के लिए बीच रास्ते में रुकेंगी श्रमिक स्पेशल ट्रेनें
Shramik Special trains तीन से चार घंटे की यात्रा के बाद पडऩे वाले स्टेशनों पर रुकेगी टे्रन। संघ व स्वयंसेवी संगठनों के सहयोग से उपलब्ध कराए जाएंगे शीतल पेयजल।
मुरादाबाद (प्रदीप चौरसिया)। श्रमिक स्पेशल टे्रनों के यात्रियों के लिए यह राहत पहुंचाने वाली खबर है। भीषण गर्मी और लू के बीच अब रेल प्रशासन तीन से चार घंटे की यात्रा तय करने के बाद पडऩे वाले स्टेशन पर यात्रियों को शीतल पेयजल उपलब्ध कराएगा। यह व्यवस्था सिर्फ दिन में रहेगी। इस व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ व अन्य स्वयंसेवी संगठनों का सहयोग लिया जाएगा। बता दें कि इंडियन रेलवे कैटङ्क्षरग एंड टूरिज्म कारपोरेशन (आइआरसीटीसी) से अनुमति लेकर संघ पहले से ही देश के विभिन्न स्टेशनों पर श्रमिक स्पेशल टे्रन के यात्रियों को भोजन पैकेट उपलब्ध करा रहा है।
केवल दिन में ही मिलेगी यह सुविधा
वैसे तो श्रमिक स्पेशल टे्रनों का ठहराव अपने गंतव्य पर ही होता है, लेकिन पांच से छह घंटे चलने के बाद चालक व गार्ड बदलने के लिए कुछ प्रमुख स्टेशनों पर इन ट्रेनों रोका जाता है। टे्रन जब शुरू होती है तो आमतौर पर एक यात्री के पास एक लीटर पानी होता है, वह भी दो से तीन घंटे में खत्म हो जाता है। यात्रियों की इस समस्या के मद्देनजर अब रेल प्रशासन श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को तीन से चार घंटे के बाद पडऩे वाले स्टेशनों पर रोकेगा और यात्रियों को शीतल पेयजल उपलब्ध कराएगा। इस कार्य के लिए भी संघ व अन्य स्वयंसेवी संगठनों से सहयोग लिया जाएगा। यह व्यवस्था केवल दिन के समय में ही उपलब्ध होगी। मुरादाबाद रेल मंडल के बरेली, शाहजहांपुर, हरदोई, बालामऊ में पानी पिलाने के लिए स्काउट एंड गाइड के बच्चे, रेलवे के ट्रेड यूनियन के सदस्यों, आरएसएस व अन्य संगठन के सदस्यों से सहयोग लिया जा रहा है।
यात्रा के तीन घंटे बाद रुकेगी ट्रेन
अपर मंडल रेल प्रबंधक एमएस मीना ने बताया कि दिन के समय तीन से चार घंटे की यात्रा तय करने के बाद पडऩे वाले स्टेशनों पर श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के यात्रियों को शीतल पेयजल उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है।