Move to Jagran APP

उठे देव गूंजी शहनाई, चारों ओर खुशी छाई

उसके बाद मुहुर्त न होने के कारण शादियां अब नौ महीने बाद हो रही हैं। इस बार देवोत्थानी एकादशी पर चार गुना शादियां हुई हैं। करीब पांच हजार शादियां देव उठान एकादशी पर होने का अनुमान लगाया जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 26 Nov 2020 02:31 AM (IST)Updated: Thu, 26 Nov 2020 02:31 AM (IST)
उठे देव गूंजी शहनाई, चारों ओर खुशी छाई
उठे देव गूंजी शहनाई, चारों ओर खुशी छाई

मुरादाबाद जेएनएन: देवोत्थानी एकादशी के साथ ही बुधवार से सहालग शुरू हो गई। पहले ही दिन जिले में हजारों शादियां हुई। चारों ओर शहनाई की गूंज रही। हालांकि इन शादियों में कोरोना के नियमों की जमकर अनदेखी की गई। बैंक्वेट हॉल, होटल, मैदान तक में शादी समारोह हु। कुछ बैंक्वेट हाल में दो शिफ्ट में मेहमानों को बुलाया गया। इसके बावजूद भी 100 लोगों को बुलाने के नियम कई जगह धरे रह गए।

loksabha election banner

बता दें कि लॉकडाउन में तमाम शादियां टल गई थीं। उसके बाद मुहुर्त न होने के कारण शादियां अब नौ महीने बाद हो रही हैं। इस बार देवोत्थानी एकादशी पर चार गुना शादियां हुई हैं। करीब पांच हजार शादियां देव उठान एकादशी पर होने का अनुमान लगाया जा रहा है। बैंडबाजे वालों ने एक दिन में दो-दो बुकिग कर रखी थीं। एक शाम से रात आठ और दूसरी रात दस बजे तक। दिल्ली रोड, लाइनपार, कांठ रोड, बुद्ध बाजार, कोर्ट रोड समेत हर ओर बरात चढ़ती दिखाई दीं। बैंक्वेट व धर्मशाला के अंदर भी डीजे पर बराती और घराती कोराना की बंदिशों को तोड़कर खूब नाचे। तमाम बैंक्वेट हालों में समारोह ऐसे रहे जहां दो शिफ्ट में मेहमानों को बुलाया गया। इसके बावजूद भी 100 लोगों को बुलाने के नियम कई जगह धरे रह गए।

शहनाई मंडप के स्वामी देवेंद्र चावला ने बताया कि पहले ही बुकिग कराने वालों को कम मेहमानों को लेकर आगाह किया गया था। विलेज रेस्टोरेंट एवं होटल स्वामी डीके सिंह ने बताया कि एक तिथि में दो बुकिग की कंडीशन के तहत समय प्रबंधन किया गया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.