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शौकत की हाथों में है जादू, अमिताभ बच्चन से लेकर अब्दुल कलाम तक की बना चुके हैं प्रतिमा Amroha News

सैदनगली निवासी शौकत अली दिल्ली व नोएडा के कुछ एक्सपोर्टर की डिमांड पर मूर्तियां बनाते हैं परंतु उन्हें केवल खर्च ही मिलता है।

By Narendra KumarEdited By: Published: Fri, 23 Aug 2019 10:59 PM (IST)Updated: Sat, 24 Aug 2019 06:13 AM (IST)
शौकत की हाथों में है जादू, अमिताभ बच्चन से लेकर अब्दुल कलाम तक की बना चुके हैं प्रतिमा  Amroha News
शौकत की हाथों में है जादू, अमिताभ बच्चन से लेकर अब्दुल कलाम तक की बना चुके हैं प्रतिमा Amroha News

अमरोहा (आसिफ अली) । सैदनगली निवासी शौकत अली के हाथों में मानों जादू है। लकड़ी पर जब उनके हाथ चलते हैं तो हू-ब-हू इंसान का चेहरा बना देते हैं। वह शौक में प्रतिमा बनातें है। शौकत अब तक पूर्व राष्ट्रपति स्व. अब्दुल कलाम, शीला दीक्षित, राजीव गांधी, कपिलदेव, अमिताभ बच्चन के साथ ही तमाम चर्चित चेहरों की प्रतिमा बना चुके हैैं। 

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जिले के कस्बा सैदनगली में स्थित बाकरिया स्कूल के बराबर से जाने वाली छोटी गली जिस मकान पर जाकर ठहरती है, वहां पर लकड़ी के जादूगर शौकत सैफी रहते हैं। उनका पुश्तैनी काम ही लकड़ी का है। उनके दादा व पिता शादी-ब्याह के लिए लकड़ी का सामान बनाते थे। उन्होंने भी पुश्तैनी कारोबार को अपनाया।  62 वर्षीय शौकत अली ने वर्ष 1988 से लकड़ी की मूर्ति बनाना शुरू किया था। उनके हाथों का जादू देख कर लोग हैरत में पड़ गए। धीरे-धीरे उन्होंने लोगों के कहने पर उनकी हमशक्ल मूर्ति बनाकर भी दीं। उसके बाद उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति स्व. अब्दुल कलाम को उनकी लकड़ी की मूर्ति बनाकर दी थी। वह राष्ट्रपति भवन में भी रखी गई थी। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, अटल बिहारी वायपेयी, रक्षा मंत्री राजनाथ ङ्क्षसह, मायावती, महारानी एलिजाबेथ, सद्दाम हुसैन, कपिल देव, सचिन तेंदुलकर, सौरभ गांगुली, सुनील गावस्कर, अमिताभ बच्चन, राजकुमार, दिलीप कुमार समेत तमाम नामी गिरामी हस्तियों की मूर्ति बना चुके हैं। 

 हुनर की अनदेखी से हैं आहत

 शौकत सैफी कहते हैं कि मुझे पता है कि जिन मूर्तियों को बनाता हूं, उनसे बिचौलिए काफी कमाते हैं। सबसे पहले मैंने कक्षा सात में पढ़ते समय सम्राट अशोक की मूर्ति बनाई थी। कला को प्रोत्साहन न मिलने से वह दुखी हैं। जनप्रतिनिधि इसको आगे बढ़ाने में मदद करें तो अमरोहा का नाम लकड़ी कारोबार में आगे बढ़ेगा। 

 राष्ट्रपति अवार्ड के लिए गया था नाम

 वर्ष 2006 में तत्कालीन जिलाधिकारी चौब ङ्क्षसह वर्मा को शौकत अली ने मूर्ति बनाकर दी थी। इससे वह इतने प्रभावित हुए थे कि उन्होंने शौकत अली का नाम राष्ट्रपति अवार्ड के लिए भिजवाया था, परंतु बाद में उनका स्थानांतरण होने के बाद कोई तवज्जो नहीं मिली। 

 तैयार की है मुख्यमंत्री की मूर्ति

 शौकत सैफी की इच्छा है कि वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उनकी मूर्ति भेंट करें। इसके लिए उन्होंने गाय के साथ उनकी सुंदर मूर्ति बनाई है, जिसे लकड़ी के फ्रेम में ही बनाकर तैयार किया है। परंतु अभी उन्हें अवसर नहीं मिल सका है। मुख्यमंत्री से मिलकर काष्ठ कला को बढ़ावा देने की मांग करेंगे, ताकि प्रदेश के हुनरमंद कारीगरों को पहचान मिल सके।


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